बुंदेलखंड राज्य के गठन की मांग को लेकर कई सालों से लोग प्रयासरत हैं लेकिन मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र को नए राज्य में शामिल करने का वहां के लोग विरोध करने लगे तो अब पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी कदम पीछे हटा लिए हैं। उन्होंने साफतौर पर मना कर दिया है कि वे मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड के मामले में बीच में नहीं पड़ेंगी।
बुंदेलखंड की भाजपा की फायरब्रांड नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती अब बुंदेलखंड राज्य के गठन में एमपी के जिलों को मिलाने का विरोध करने वालों के साथ खड़ी दिखाई देने लगी हैं। उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड के जिलों से नए राज्य का गठन कर लिया जाए और अगर मध्य प्रदेश के दतिया, शिवपुरी व पन्ना जिले उसमें शामिल होना चाहते हैं तो उन्हें शामिल कर लें। मगर सागर, दमोह, टीकमगढ़ के लोग नए राज्य में नहीं जाना चाहते हैं। इसलिए वे अब उन्हें मनाने भी नहीं जाएंगी। मीडिया के कैमरों पर भारती ने इसमें असमर्थता भी जताई है।
नए राज्य की मांग करने वाले भारती के बयान पर भड़के
बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय ने उमा भारती के इस बयान के बाद कहा है कि अब उनकी बुंदेलखंड राज्य के निर्माण में जरूरत भी नहीं है। उन्होंने कहा कि वे लगातार झूठ बोलती आ रही हैं। गौरतलब है कि बुंदेलखंड राज्य के निर्माण को लेकर फिल्म अभिनेता राजा बुंदेला भी काफी सक्रिय रहे हैं लेकिन सालों की मांग आज भी पूरी नहीं हो सकी है।
Leave a Reply