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उज्जैन के महापौर महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में ऐसे लेटे….

उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल ज्योतिर्लिंग पर लोग शीश नवाते हैं, हाथों से उन्हें जलाभिषेक कराते हैं लेकिन उज्जैन के नवनिर्वाचित महापौर मुकेश टटवाल शुक्रवार को महाकाल के ज्योतिर्लिंग पर लेटी हुई मुद्रा में दिखाई दिए। उन्होंने शिवलिंग के जलहरी पर कोहनी टिकाकर लेटी मुद्रा ली तो पुजारीजी ने भी उन्हें रोका नहीं बल्कि कंधे पर हाथ रख दिया। महापौर की इस मुद्रा का फोटो भी उन्होंने उतरवा लिया और ट्विटर पर पोस्ट कर दिया। शनिवार को जब इसे पौने बारह बजे दिन में फिर से देखने का प्रयास किया गया तो उसे हटा दिया गया था। मगर शहर के प्रथम नागरिक का यह कृत्य हिंदू धर्म के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला रहा।
महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश और पूजा अर्चना के नियम हैं लेकिन शुक्रवार को इन नियमों का मखौल उड़ता नजर आया। गर्भगृह के भीतर उज्जैन के महापौर मुकेश टटवाल पूजा अर्चना के लिए पहुंचे लेकिन उन्होंने पूजा करते हुए फोटो नहीं खिंचवाई बल्कि शिवलिंग की जलहरी पर आराम की मुद्रा में लेटे हुए तस्वीर खिंचाई। अपने ट्विटर एकाउंट पर महापौर ने फोटो पोस्ट कर दी। गौरतलब है कि महाकाल के दर्शन के लिए देश-विदेश से लोग दर्शन के लिए पहुंचते हैं और वे भगवान का जलाभिषेक आदि भी करते हैं। महाकाल के दरबार में पहुंचने वाले लोगों में केवल हिंदू ही नहीं बल्कि दूसरे धर्म की बड़ी-बड़ी हस्तियां भी पहुंचती है। किसी भी वीआईपी या वीवीआईपी ने महाकाल मंदिर के गर्भगृह में लेटी हुई मुद्रा में कभी फोटो नहीं उतरवाई।
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