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अब सीएम शिवराज रोज कमलनाथ से पूछेंगे एक सवाल, सवा साल में क्या किया

मध्य प्रदेश में चुनाव नजदीक आते-आते सत्ताधारी भाजपा और कांग्रेस के बीच पिछले विधानसभा चुनाव के वादों और उन्हें पूरा करने की दिशा में किए गए प्रयासों को लेकर आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। आज से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सवा साल की कमलनाथ सरकार से उनके चुनावी वादों पर सवाल करने का सिलसिला शुरू किया गया है। यह सिलसिला वे रोज जारी रखेंगे। पढ़िये आज का पहला सवाल और कमलनाथ का पलटवार।
विधानसभा चुनाव 2023 जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे भाजपा-कांग्रेस एक-दूसरे को पांच साल में विफल और वादों पर असफल रहने वाली पार्टी करार देने में जुट गई हैं। अब तक कमलनाथ भाजपा की शिवराज सरकार से भाजपा की चार सालों का हिसाब मांग रहे थे। आज से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस की सवा साल रही कमलनाथ सरकार द्वारा चुनावी वादों में से कोई भी पूरा नहीं किए जाने के आरोपों को सिद्ध करने के लिए सवालों की श्रृंखला शुरू की गई है। आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से जुड़े वादों पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से पहला सवाल किया है।
सीएम ने बोनस देने के वादे पर कमलनाथ से मांगा जवाब
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव 2018 में वचन पत्र में एक वचन फसलों को लेकर दिया था। इसमें कहा था कि गेहूं, चना, सरसों, चावल फसलों पर बोनस दिया जाएगा। सीएम ने सवाल किया कि सवा साल सरकार रही तो किस फसल का बोनस दिया, कमलनाथजी बताइए।
कमलनाथ ने कहा शिवराज नेट प्रेक्टिस कर रहे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से रोज एक सवाल किए जाने पर उन्होंने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि हमसे किन वादों पर अमल किया और किन पर नहीं जैसे सवाल, कोई अस्थिर मति का व्यक्ति ही कर सकता है। सीएम चौहान को सवाल पूछना नहीं बल्कि उनका काम जनहित की योजनाओं पर अमल करना है। अगर हमारी कोई घोषणा जनहित की है तो आप इसे लागू करें। कमलनाथ ने चुटकी लेते हुए कहा कि वैसे कुछ महीने के लिए सीएम को सवाल बचाकर रखना चाहिए क्योंकि कुर्सी से हटते ही जनता उन्हें सवाल पूछने का खूब समय देगी। शायद सीएम इसी की नेट प्रेक्टिस कर रहे हैं।
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