मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित पालपुर कूनो राष्ट्रीय उद्यान में नामीबिया से आए आठ चीतों के बाद अब दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों का स्थानांतरण होने वाला है। इनके स्थानांतरण के लिए समझौते पर हस्ताक्षर हो गए है। पर्यावरण मंत्रालय में एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। समझौते के बाद अब 15 फरवरी तक सात नर और पांच मादा चीतों के कूनो पहुंचने की उम्मीद है।
सूत्रों के मुताबिक, छह महीने से भी अधिक समय से 12 दक्षिण अफ्रीकी चीते पृथकवास में हैं। उनके इस महीने कूनो पहुंचने की उम्मीद थी, लेकिन दक्षिण अफ्रीका में कुछ प्रक्रियाओं में समय लगने के कारण उनके स्थानांतरण में देरी हुई। केंद्र सरकार द्वारा स्पॉन्सर्ड योजना ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के तहत भारत में चीतों को दोबारा लाने के लिए 38.70 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इसके अलावा यह फंड कंपेंसेटरी अफॉरेस्टेशन फंड मैनेजमेंट एंड प्लानिंग अथॉरिटी (CAMPA) के 29.47 करोड़ रुपए के अतिरिक्त है, जो चीतों को यहां के माहौल से परिचय कराने, उनके प्रबंधन और रखरखाव पर खर्च किया जाएगा।
कूनो नेशनल पार्क लाए गए चीते
पिछले साल नवंबर 2022 में आठ चीते भारत गए थे। इनमें पांच मादा और तीन नर है। इनकी उम्र चार से छह साल है। यह अपनी तरह का पहला और अनूठा मिशन है। नामीबिया से भारत लाए गए चीतों को प्रधानमंत्री मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में बॉक्स खोलकर तीन चीतों को क्वारंटीन बाड़े में छोड़ा।
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