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अपनी सरकार की विकास यात्रा को रोके जाने पर पूर्व मंत्री का गुस्से में धरना, रास्ता मिलने पर वहीं खत्म की यात्रा

विकास यात्रा पर निकले भोपाल के वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री को पुलिस ने एक चौराहे पर रोक लिया तो वे गुस्से से लाल-पीले हो गए। पूर्व मंत्रीजी ने नाराज होकर वहीं सड़क पर धरना दे दिया और पुलिस के रास्ता देने पर भी अपने निर्धारित कार्यक्रम स्थल के लिए नहीं निकले। अपने गुस्से के लिए पहचाने जाने वाले भोपाल के इन भाजपा नेता को बाद में पता चला कि वहीं से अस्पताल ले जाने की स्थिति बनी क्योंकि उनका ब्लड प्रेशर कम हो गया था।
मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने प्रदेश भर में पांच फरवरी से 25 फरवरी तक विकास यात्रा निकालने का प्रोग्राम बनाया था मगर कुछ स्थानों पर इसके बाद भी यह आयोजन हो रहे हैं। भोपाल में एक पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता उमाशंकर गुप्ता भी अपने पूर्व के विधानसभा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 31, 33, 46 व 47 में विकास यात्रा निकाल रहे थे लेकिन इन वार्डों में से कुछ विधानसभा के आसपास के क्षेत्र भी हैं। विधानसभा के बजट सत्र की वजह से अरेरा हिल्स की तरफ जाने वाले सभी रास्तों पर धारा 144 लागू है।
गुस्सा आया तो सड़क पर बैठ गए
उमाशंकर गुप्ता के बारे में कहा जाता है कि उन्हें बहुत जल्द गुस्सा आता है और यही उनकी विकास यात्रा के दौरान हुआ। विधानसभा के चारों तरफ के रास्ते पर लागू धारा 144 वाले शिवाजी नगर चौराहा से उनकी विकास यात्रा में शामिल लोग ढोल-ढमाके के साथ सामूहिक रूप से जैसे ही आगे बढ़ने लगे तो पुलिस ने उन्हें धारा 144 का हवाला देकर जुलूस के रूप में आगे जाने से रोक दिया। अपनी ही भाजपा सरकार में अपने समर्थकों के सामने उमाशंकर गुप्ताजी को पुलिस द्वारा रोक लिए जाने का घटनाक्रम नागवार गुजरा और वे गुस्से से मौजूद पुलिस अधिकारियों पर बरस पड़े। उन्होंने वहींं सड़क पर धरना दे दिया और उनके समर्थक भी वहीं डट गए। पुलिस व प्रशासन के लोगों ने वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा के बाद उनके लिए रास्ता दे दिया लेकिन गुप्ता व उनके समर्थकों ने धरनास्थल पर ही अपनी यात्रा को समाप्त कर दिया। यात्रा के इस घटनाक्रम के दौरान गुप्ता का ब्लड प्रेशर कम हुआ तो उन्हें तुरंत शिवाजी नगर स्थित निजी अस्पताल में ले जाया गया।
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