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कांग्रेस ने अंतत: हिमाद्री को शहडोल से प्रत्याशी बनाया

लोकसभा की शहडोल सीट और नेपानगर विधानसभा के उप चुनावों में कांग्रेस ने नामांकन पर्चा दाखिल किए जाने की शुरूआत के पहले ही अपना प्रत्याशी कर दिया है। शहडोल में सांसद रहे दलबीर सिंह व उनकी सांसद पत्नी राजेश नंदनी सिंह की युवा बेटी हिमाद्री को टिकट दे दिया है तो नेपानगर विधानसभा सीट के लिए जिला पंचायत सदस्य अंतर सिंह बर्डे को उम्मीदवार बनाया है।
प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा की एक-एक सीट के लिए उप चुनाव 19 नवंबर को होना है जिसके लिए प्रत्याशी चयन की दौड़ में कांग्रेस ने बाजी मार ली है। कांग्रेस ने काफी समय से चर्चा में बनी हिमाद्री को टिकट देने के फैसले पर मोहर लगा दी है। हिमाद्री को लेकर बीजेपी भी असमंजस में है क्योंकि दलबीर सिंह व राजेश नंदनी के निधन के बाद क्षेत्र में सहानुभूति मतों से पार्टी को नुकसान होगा। सहानुभूति वोटों के कारण कांग्रेस अपनी जीत यहां से मानकर चल रही है लेकिन भाजपा भी हथियार नहीं डाल रही है। यहां सरकार के मंत्रियों की एक तरह ड्यूटी लगा दी गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी लगातार यहां के दौरे कर रहे हैं। कांग्रेस की हिमाद्री को भी अपनी पार्टी के कुछ टिकट के दावेदारों से नुकसान की आशंका है तो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए मंत्री संजय पाठक भी अपने जिले की एक सीट पर उन्हें भारी अंतर से हराने की कोशिश में है। कांग्रेस के बिसाहूलाल सिंह को हिमाद्री कितना अपने पक्ष में कर पाती हैं यह मतदान के दिन साफ हो सकेगा क्योंकि वे विधानसभा चुनाव हारने के बाद शहडोल के उप चुनाव में आस लगाए बैठे थे।
दूसरी तरफ नेपानगर विधानसभा सीट के उप चुनाव को लेकर कांग्रेस ज्यादा गंभीर दिखाई नहीं दे रही है। यहां जिला पंचायत सदस्य अंतर सिंह बर्डे को पार्टी ने टिकट दिया है। हालांकि बुरहानपुर जिले की इस सीट पर बीजेपी का पलड़ा भारी है क्योंकि जिले में नपा से लेकर जिला पंचायत तक पर बीजेपी का कब्जा है। जिला पंचायत में पांच-पांच सदस्यों के बाद भी कांग्रेस अपने प्रत्याशी को अध्यक्ष नहीं बना पाई।
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