जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह के खंडवा जिले में विभाग ने प्रदेशभर के विभागीय एकलव्य आदर्श आवासीय स्कूलों से बड़ी संख्या में तबादले कर पदस्थापना कर दी है। यह सभी तबादले खंडवा जिले के खालवा विकासखंड में ही किए गए हैं जिससे शिक्षकों में रोष है। स्कूलों के प्राचार्य, व्याख्याता, उच्च श्रेणी शिक्षक, उच्च-माध्यमिक शिक्षको की चार सूचियों में ये 88 शिक्षक स्थानांतरित किए गए हैं।
तबादला सूची का अध्ययन करें तो पता चलता है कि 88 में से 48 अधिकारी-कर्मचारी अपने संभाग से बाहर भेजे गए हैं। बात यह है कि सभी 88 शिक्षक अन्य जिलों से स्थानांतरित किए गए हैं, जिनमें 26 महिलाएं भी शामिल हैं। यही नहीं, 44 माध्यमिक शिक्षक व शिक्षक, जो संभागीय कैडर में आते हैं, उन्हें भी प्रशासनिक नियमों के विपरीत संभाग से बाहर भेज दिया गया है। इनमें से 27 तो पूरी तरह अन्य संभागों के हैं।
पारिवारिक जीवन और स्थानीय शिक्षकों पर असर
बीच सत्र में किए गए इन तबादलों से शिक्षकों का पारिवारिक जीवन प्रभावित होना तय है। पति-पत्नी दोनों सेवारत शिक्षकों को अलग-अलग जिलों में भेजा गया है। जिन शिक्षकों को खालवा (खंडवा) जैसे दूरस्थ क्षेत्रों में भेजा गया है, वे वहाँ भी अति शेष की स्थिति में आ जाएंगे, क्योंकि पद ही पर्याप्त संख्या में उपलब्ध नहीं हैं।
इस निर्णय से वर्षों से सेवा दे रहे स्थानीय अतिथि शिक्षक बेरोज़गार हो जाएंगे। उनका कहना है कि विभाग के इस रवैये से उनके जीवनयापन पर संकट खड़ा हो गया है।
शिक्षकों का आरोप – “पुरस्कार की जगह सज़ा मिली”
शिक्षकों ने आरोप लगाया कि वे एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों के फाउंडर शिक्षक रहे हैं। उनसे वर्षों तक भरपूर काम लिया गया, लेकिन कोई अतिरिक्त मानदेय नहीं दिया गया। अब जब स्थायी पदस्थापना की बारी आई तो उन्हें दूर-दराज़ भेजकर पुरस्कार की जगह सज़ा दी गई है।
विभाग पर उठ रहे सवाल
शिक्षकों का कहना है कि विभाग के पास एक वर्ष से अधिक समय था, जिसमें काउंसलिंग कर उचित पदस्थापना की जा सकती थी। फरवरी में काउंसलिंग प्रक्रिया भी पूरी की गई, लेकिन आदेश जारी नहीं हुए। बाद में बिना नीति का पालन किए मनमाने तबादले कर दिए गए। ट्रांसफर नीति के तहत ग्रामीण क्षेत्रों से शिक्षकों को विशिष्ट विद्यालयों में बिना परीक्षा दिए भोपाल में नियुक्त किया गया, जबकि परीक्षा देकर भोपाल में पदस्थ शिक्षक ग्रामीण क्षेत्रों में भेज दिए गए।
तबादले ऐसे हुए
एकलव्य आदर्श आवासीय स्कूलों के प्राचार्यों के तबादलों में जुन्नारदेव छिंदवाड़ा से प्राचार्य विद्या डेहरिया, उमरिया से तेन सिंह रघुवंशी, झाबुआ से ओंकर सिंह मेडा, धार से छगनलाल टनवे, रतलाम से पकंज सिंह चंदेल और बालाघाट से अनिल कुमार सिंह सोलंकी को खंडवा के खालवा तबादला किया गया है। इसी तरह जिन व्याख्याता 15 शिक्षकको खंडवा के खालावा में भेजा गया है उनमें रतलाम के जेम्स मोहन, गुना के डॉ. नारायण सिंह, बैतूल के विजयंत सिंह ठाकुर, बैतूल की शैली जैन, सतना के रामलला बागरी, जबलपुर की श्रीमती उपमा शांडिल्य, डिंडौरी के संदीप कुमार सोनी व आरके पांडेय, इंदौर की ममता चौरसिया, श्रीमती स्वाति आचार्य, श्रीमती रचना शर्मा, श्रीमती जुलिना परमार और श्रीमती सुरेखा सिसौदिया शामिल हैं तो इंदौर के ही पंकज मिश्रा व रामगोपाल लववंशी को भी खालवा में ही स्थानांतरित किया गया है। इनके साथ ही 67 अन्य शिक्षकों को खंडवा के ही खालवा विकासखंड में स्थानांतरित किया गया है।
Leave a Reply