भजन गायिका और एमबीबीएस स्टूडेंट शिवरंजनी तिवारी गंगोत्री से कलश लेकर आज पदयात्रा करते हुए छतरपुर जिला पहुंच गई। बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मिलने की इच्छा रखते हुए गंगोत्री से बागेश्वर धाम तक शिवरंजनी एक मई को निकली थीं और इस दौरान उनके संकल्प के बारे में कहा गया कि वे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से शादी की मनोकामना के साथ निकली हैं। पढ़िये छतरपुर पहुंचकर अब क्या कह रही हैं शिवरंजनी।
ऋषिकेश की शिवरंजनी तिवारी ने बुधवार को छतरपुर जिले की सीमा में प्रवेश किया था तो उनके पिता पंडित बैजनाथ तिवारी ने खबरसबकी डॉटकॉम से चर्चा करते हुए कहा था कि शिवरंजनी की यह संकल्प यात्रा है। पदयात्रा करते हुए उन्होंने गंगोत्री से कलश में भरकर यात्रा आरंभ की थी और सिर पर कलश लेकर वे गंगोत्री से छतरपुर पहुंची हैं। उन्होंने शिवरंजनी के पिता ने उनके संकल्प के बारे में कुछ नहीं चर्चा की।
छतरपुर में शिवरंजनी ने कहा धीरेंद्रजी से उनकी मुलाकात होगी जरूर होगी
बागेश्वर धाम सरकार के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आज से एकांतवास पर जाने का ऐलान कर चुके हैं लेकिन कलश लेकर पदयात्रा कर उनसे मुलाकात के लिए छतरपुर पहुंची शिवरंजनी तिवारी को पूरा विश्वास है कि उनकी 16 जून को बागेश्वर धाम में धीरेंद्रजी से मुलाका अवश्य होगी। उन्होंने छतरपुर में मीडिया से कहा कि वे 1 मई को जब ऋषिकेश से चली थीं तब ही उनका पर्चा बागेश्वर धाम में लिखा जा चुका है और उनका संकल्प सरकार जानते हैं। 16 जून को सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे। धीरेंद्रजी से शादी के संकल्प को भी उन्होंने 16 जून तक का इंतजार करने का जवाब दोहराया। गौरतलब है कि शिवरंजनी कलश लेकर जिन स्थानों से भी पदयात्रा करते हुए निकलीं तो जगह-जगह कहती आ रही हैं कि बागेश्वर धाम सरकार में उनके निकलते ही पर्चा लिखकर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्रीजी ने रख दिया था।
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