करोड़ों रुपए नकद राशि रखने और कई किलोग्राम सोना, अरबों की संपत्ति, सैकड़ों किलो चांदी, विदेशी मुद्रा का भंडार रखने वाले सौरभ शर्मा पर छापे के बाद जांच एजेंसियों की लापरवाह विवेचना से वह 41 दिन फरार रहा और एक दिन पहले अदालत में पहुंचकर फिर गुम होकर अगले दिन अदालत के सामने प्रकट हुआ। इतनी बड़ी बड़ी एजेंसियों के इनवेस्टिगेशन से जुड़े होने के बाद भी उसके छापे के बाद से सवालों के घेरे में फंसी लोकायुक्त पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसी 41 दिन तक देश-विदशे में खोजने के नाम पर कागजी घोड़े दौड़ती रहीं और फिर कल से आज तक 24 घंटे में उसे भोपाल के भोपाल में नहीं ढूंढ पाई। सौरभ ने जब चाहा तब यानी अदालत के बाहर प्रकट होकर लोकायुक्त पुलिस को गिरफ्तारी का मौका दिया। इससे लोकायुक्त पुलिस की कार्यप्रणाली पर फिर सवाल खड़े होने लगे हैं।
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