Category Archives: धर्म व संस्कृति

कनाडा में मंदिर पर हमले के खिलाफ इंदौर में सिख समाज का प्रदर्शन, कनाडा सरकार को होश में रहने के नारे

कनाडा के ब्रेम्पटन में हिंदू महासभा के मंदिर पर हमले के खिलाफ इंदौर में सिख समाज ने प्रदर्शन किया। विरोध में कनाडा सरकार को चेतावनी दी कि वह होश में आए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करे, भारतीयों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करे। सिख समाज के इंदौर में विरोध प्रदर्शन पर देखिये रिपोर्ट।

कार्तिक माह में भगवान श्री मनमहेश रजत पालकी में विराजित हो प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले

श्रावण-भाद्रपद माह की तरह श्री महाकालेश्‍वर भगवान की कार्तिक माह में प‍हली सवारी सोमवार सायं श्री महाकालेश्‍वर मंदिर से निकाली गयी। सवारी निकलने के पूर्व सायं 4 बजे श्री महाकालेश्‍वर मंदिर के सभामण्‍डप में भगवान श्री मनमहेश का विधिवत पूजन अर्चन किया गया।

गौ-वंश पालकों को भी दिये जायेंगे क्रेडिट कार्ड, मुख्यमंत्री मोहन यादव का राज्य स्तरीय गोवर्धन पूजा समारोह में ऐलान

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में गौ-पालन को बढ़ावा देकर किसानों और गौ-पालकों की आर्थिक सशक्तिकरण का कार्य किया जा रहा है। शहरों में कांजी हाऊस के स्थान पर गौ-वंश की देशभाल के लिए गौशालाएं प्रारंभ की जायेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश के 51 हजार से अधिक ग्रामों में दूध का उत्पादन बढ़ाते हुए इस क्षेत्र में मध्यप्रदेश को पूरे देश में प्रथम स्थान पर लाने का प्रयास है। इसके साथ ही अगली पशुगणना में प्रदेश पहले तीसरे स्थान से पहले स्थान पर लाने के के समस्त प्रयास भी किये जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में गौ-वंश पालन पर क्रेडिट कार्ड देने की पहल की गई है। हमारे किसान भाई और पशुपालक दीपावली के बाद गोवर्धन पूजा करते हैं। प्रदेश में पहली बार शासन स्तर पर गोवर्धन पूजा के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसका उद्देश्य हमारी हजारों वर्ष पुरानी संस्कृति और गौ-माता के प्रति सम्मान की भावना को सशक्त करना है।

मुख्यमंत्री यादव व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने दीपावली पर लक्ष्मी पूजन कर प्रदेशवासियों व कार्यकर्ताओं को दी शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने गुरूवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में दीपावली के अवसर पर माता लक्ष्मी का पूजन कर प्रदेशवासियों एवं पार्टी कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा सनातन संस्कृति में हर दिन एक नया पर्व व त्योहार होता है, यही तो हमारी सनातन संस्कृति है। सनातन संस्कृति के पर्व व त्योहार से जनता के कल्याण का मार्ग निकलता है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार भारतीय संस्कृति को ताकत देने का कार्य कर रही है।

दशहरे पर सरकार शस्त्र पूजन में सहभागी बनी, CM यादव ने कहा हमारे शस्त्र कभी कमजोर नहीं होना चाहिए

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस वर्ष शस्त्र पूजन की परम्परा के निवर्हन में राज्य सरकार सहभागी हुई है। हमारी संस्कृति में शास्त्रों के साथ सदैव शस्त्रों की पूजा की गई है। हमारे शस्त्र कमजोर नहीं होने चाहिएं। दशहरा उत्सव सत्य की विजय का प्रतीक है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पर्व और त्यौहार में अंतर होता है। नवरात्रि पर्व, जन्माष्टमी पर्व और रामनवमी पर्व पर उपवास रखते हुए आराधना होती है। यह पर्व मंगल तिथियों के आधार पर आते हैं। त्यौहार उत्सव का प्रतीक हैं, जिसमें रूचि अनुसार आहार ग्रहण होता है।

मुख्यमंत्री निवास में कन्या-पूजन में कन्याओं के पांव पखारे

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शारदीय नवरात्र की महानवमी पर मुख्यमंत्री निवास में कन्या-पूजन और कन्या-भोज की सनातन परंपरा का पालन किया। मातृ-शक्ति के प्रति अपनी अगाध श्रद्धा प्रदर्शित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आज नौ दुर्गा स्वरूपा कुंवारी कन्याओं के पांव पखारे और उनका विधि-विधान से पूजन किया। उन्होंने श्रद्धापूर्वक कन्याओं को चुनरी ओढ़ाई और आरती उतारी। पूजन के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कन्याओं से संवाद कर उन्हें दुलारा भी।

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने राजभवन में कन्या-पूजन किया

राज्यपाल मंगुभाई पटेल महा नवरात्रि पर्व पर राजभवन के कर्मचारियों के साथ परिसर स्थित मंदिर में कन्या-पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने प्रदेश और देश के विकास और निवासियों के सुख-समृद्धि की प्रार्थना की।

गुड़ी पड़वा “सृष्टि आरम्भ दिवस” के रूप में मनाया जायेगा- मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सांस्कृतिक अभ्युदय का एक नया इतिहास लिखा जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश में होने वाले विक्रमोत्सव-2025 और अखिल भारतीय कालिदास समारोह को भव्य रूप में आयोजित किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उज्जैन में आयोजन के दौरान अतिथियों और विद्यार्थियों को महाकाल देवदर्शन के साथ उज्जैन के इतिहास, विज्ञान, संस्कृति और मूल्यों से परिचय कराया जाये।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रालय में विक्रमोत्सव-2025, अखिल भारतीय कालिदास समारोह और वीर भारत न्यास द्वारा निर्मित किए जा रहे संग्रहालय की समीक्षा की। यादव ने कालिदास संस्कृत अकादमी की केंद्रीय समिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कालिदास समारोह की शुरुआत गढ़कालिका मंदिर से शुरू होती है। कालिदास का गढ़कालिका मंदिर से संबंध और उसके महत्व पर शिलालेख स्थापित किया जाना चाहिए। साथ ही कालिदास से संबंधित अन्य स्थलों पर भी जन-सामान्य की जानकारी के बोर्ड भी लगाए जायें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कालिदास सम्मान समारोह के दौरान दिए जाने वाले पुरस्कारों की जानकारी ली और पुरस्कारों की राशि में वृद्धि किए जाने के निर्देश दिये। समारोह में अतिथियों के आमंत्रण, कार्यक्रम स्वरूप, पुरस्कार और सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित अन्य व्यवस्थाओं पर विस्तृत चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए। कालिदास समारोह 12 से 18 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा। इसकी शुरुआत 10 नवंबर से उज्जैन में गढ़कालिका मंदिर में वागअर्चन से होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कालिदास समारोह की रूपरेखा को प्रेजेंटेशन के माध्यम से जाना।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कालिदास संस्कृत अकादमी का आयोजन हर वर्ष किया जाता है। इसमें अस्थाई स्ट्रक्चर की जगह स्थाई स्ट्रक्चर बनाया जाना चाहिए। इससे अस्थाई स्ट्रक्चर पर हर बार लगने वाले खर्चे में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि वर्ष भर होने वाले सांस्कृतिक आयोजन और रचनात्मक गतिविधियों को ध्यान में रखकर अधोसंरचना निर्माण का प्लान बनाए। उन्होंने कहा कि कालिदास समारोह की ब्रांडिंग और पब्लिसिटी पर विशेष ध्यान दें। कालिदास द्वारा मेघदूत में उज्जैन और महाकालेश्वर का विशेष उल्लेख किया गया है। महाकाल से जोड़कर इसका प्रचार करें, जिससे आयोजन की गरिमा में वृद्धि होगी।

विक्रमोत्सव 2025 की तैयारियों की समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गुड़ी पड़वा पर्व 30 मार्च को उज्जैन के साथ पूरे प्रदेश में विक्रम पर्व “सृष्टि आरम्भ दिवस” के रूप में मनाया जायेगा। संस्कृति विभाग प्रदेश और प्रदेश के बाहर भी आयोजन और उत्सव करता है, जिनकी बड़ी प्रतिष्ठा है। उज्जैन के विक्रमोत्सव ने अपनी एक अलग ही पहचान बनायी है।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विक्रमोत्सव 2025 की तैयारियों की समीक्षा करते हुए आयोजन की रूपरेखा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, व्यापार मेला, प्रदर्शनी, विचार समागम पर आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राष्ट्रीय वैज्ञानिक संगम में विज्ञान और खगोल विषय से जुड़े विशेषज्ञों को विक्रमोत्सव में आमंत्रित करें। इससे आयोजन की गरिमा बढ़ेगी और प्रदेश के युवाओं को भी इससे प्रेरणा मिलेगी। महोत्सव में होने वाले अखिल भारतीय कवि सम्मेलन को विक्रमादित्य पर केन्द्रित किया जाये और कवियों की कविताओं को लेखबद्ध करें।बताया गया कि विक्रमोत्सव-2025 के पहले चरण का आयोजन महाशिवरात्रि से गुड़ी पड़वा तक उज्जैन में होगा। इसमें महाकाल शिवज्योति अर्पणम, विक्रम व्यापार मेला, मंदिरों में प्रभु श्रृंगार प्रतियोगिता, अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, राष्ट्रीय वैज्ञानिक समागम, पौराणिक फिल्मों का अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव, विक्रम नाट्य समारोह, अंतर्राष्ट्रीय इतिहास समागम, प्रदर्शनी, प्रकाशन, अवार्ड, लोक प्रसिद्ध कलाकार की सांगीतिक प्रस्तुति आदि शामिल है।

विक्रमोत्सव के दूसरे चरण में पूरे प्रदेश में चलेगा “जल गंगा संवर्धन अभियान”

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विक्रमोत्सव के दूसरे चरण में 30 मार्च से ही 30 जून-2025 तक पूरे प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत प्रदेश की नदियों, जल संरचनाओं के संरक्षण- संवर्धन का कार्य प्रदेश स्तर पर किया जायेगा। इस महती आयोजन का समापन गंगा दशहरा पर विगत वर्षानुसार विशिष्ट सांस्कृतिक आयोजन के साथ होगा। मुख्यमंत्री द्वारा पहले शुरू किये गये विक्रमोत्सव को 2024 में Largest Religious Festival in Asia का wow अवार्ड भी मिला है। वर्ष 2023 में यह आयोजन 33 दिन का था जो वर्ष 2024 में 42 दिन का हुआ। इस वर्ष 2025 में यह आयोजन 101 दिन से अधिक का प्रस्तावित है। शुरू के वर्षों में महज यह सांस्कृतिक आयोजन भर था, लेकिन अब यह सामाजिक, सांस्कृतिक विरासत और विकास के बहुत से आयामों का आयोजन बन चुका है। संभवतः देश में ऐसा कोई दूसरा आयोजन नहीं है, जिसमें कलश यात्रा, महाकाल शिवज्योति अर्पणम, विक्रम व्यापार मेला, अनादि पर्व, विचार समागम, मंदिरों में प्रभु श्रृंगार प्रतियोगिता, बोलियों का अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, राष्ट्रीय वैज्ञानिक समागम, महादेव मूर्तिकला कार्यशाला, पौराणिक फिल्मों का अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव, विक्रम नाट्य समारोह, वेद अंताक्षरी, दैवज्ञ सम्मान समारोह, अंतर्राष्ट्रीय इतिहास समागम, अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, सूर्योपासना, प्रदर्शनी, प्रकाशन, अवार्ड, लोक प्रसिद्ध कलाकार की सांगीतिक प्रस्तुति, भव्य आतिशबाजी आदि गतिविधियाँ एक साथ होती हो।

वीर भारत न्यास की बैठक

मुख्यमंत्री डॉ. ने वीर भारत न्यास की बैठक में कहा कि उज्जैन में नव-निर्माणाधीन संग्रहालय को एक साहित्य और पारंपरिक संग्रहालय की जगह एक्सपीरियंशल और एक्टिविटी बेस्ड संग्रहालय बनाने के प्रयास हो। नवीन तकनीक का उपयोग कर मनोरंजक तरीके से कंटेंट का निर्माण करें। युवा इस तरह संग्रहालय से जुड़ेंगे और देश में यह पर्यटन का केंद्र बनेगा। संग्रहालय में कंटेंट निर्माण पर सुझाव देने के लिए समिति गठित करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संग्रहालय में दीर्घाओं के विषय के आधार पर संग्रहालय के नाम परिवर्तन पर भी विचार करें। संग्रहालय पर अध्ययन करने के लिए आने वाले शोधकर्ताओं के लिए रुकने सहित अन्य आवश्यक व्यवस्था बनाए। संग्रहालय के लिए प्रस्तावित सड़क निर्माण के लिए विशेषज्ञों और संगठनों के साथ मिलकर प्लान बनाया जाये।

संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्री धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी सहित उज्जैन से सांसद, जन-प्रतिनिधि और संस्कृति प्रेमी वीसी के माध्यम से जुड़े। कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गौतम टेटवाल, मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव संस्कृति और पर्यटन श्री शिव शेखर शुक्ला, प्रमुख सचिव श्री अनुपम राजन, श्री मनीष रस्तोगी सहित समिति के सदस्य उपस्थित रहें।

शिक्षा, धर्म का पुनर्रागमन और मानव मन व इन्द्रियों की स्वामिनीः सुरेश सोनी

शिक्षा भूषण अखिल भारतीय शिक्षक सम्मान समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य सुरेश सोनी ने कहा कि धर्म का पुनर्रागमन और मानव मन व इंद्रियों की स्वामिनी शिक्षा है। वहीं, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शिक्षा की गुरुकुल परंपरा को देश का आधार बताया। हमारे देश में शिक्षक सदैव पूज्य रहे थे और पूज्य ही रहेंगे। विश्व गुरू के रूप में शिक्षक परंपरा को स्थापित करना है क्योंकि गुरुकुल परंपरा चाणक्य से चंद्रगुप्त तक व चंद्रगुप्त से विक्रमादित्य तक हर जगह, हर समय, हर काम में कायम रही है। पढ़िये रिपोर्ट।

रानी दुर्गावती जयंती पर उनकी राजधानी दमोह के सिंग्रामपुर में कैबिनेट बैठक, CS अनुराग जैन पहली बार शामिल

रानी दुर्गावती की राजधानी रही दमोह के सिंग्रामपुर में उनकी 500वीं जयंती के उपलक्ष्य में मध्य प्रदेश की मोहन सरकार की कैबिनेट बैठक शनिवार को संपन्न हुई। बैठक में नए मुख्य सचिव अनुराग जैन पहली बार सीएस की हैसियत से शामिल हुए। पढ़िये रिपोर्ट।

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