Category Archives: धर्म व संस्कृति

उमा भारती का BJP केंद्रीय नेतृत्व व MP GOVT को अल्टीमेटम, 8 दिसंबर तक अज्ञातवास पर

पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने एकबार फिर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व और मध्य प्रदेश सरकार को साथ नहीं देने का आरोप लगाया है। भगवान कार्तिक के असुरों को हराने के बाद अकेले पड़ जाने की परिस्थितियों को अपने से जोड़ते हुए उनका कहना है कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व को उनके गंगा किनारे की यात्रा और शराब के खिलाफ अभियान में तटस्थ रहा है। भारती ने मध्य प्रदेश सरकार की शराब नीति को गंभीर मसला बताते हुए अज्ञातवास में जाने तथा आठ दिसंबर के बाद संवाद करने का अल्टीमेटम दिया है।

चंद्रग्रहण बादलों में छिपा, उज्जैन में निराश हुए लोग तो भोपाल में 43 मिनिट रहा

मध्य प्रदेश सहित देश के कई हिस्सों में आज चंद्रग्रहण रहा लेकिन एमपी के उज्जैन की शासकीय वैधशाला में चंद्रग्रहण देखने पहुंचे लोगों को निराशा हाथ लगी क्योंकि आसमान में बादलों के घिर जाने से चंद्रग्रहण दिखाई ही नहीं दिया। भोपाल में चंद्रग्रहण 43 मिनिट का रहा।

सीएम ने गुरु नानक के प्रकाश पर्व पर ऐसे की सेवा, पढ़िये कहां पहुंचे सीएम

गुरु नानक के 553वें प्रकाश पर्व पर देशभर में सिख समाज ने गुरुद्वारा में अरदास की और लोगों को बधाइयां दीं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी प्रकाश पर्व के मौके पर आज भोपाल के हमीदिया रोड स्थित गुरुद्वारा पहुंचे। उनके साथ मंत्री हरदीप सिंह डंग भी थे। सीएम चौहान व मंत्री डंग लंगर में भी शामिल हुए। सीएम ने लंगर में लोगों को भोजन परोसकर सेवा की।

स्तनपान पर नेताओं के निशाने पर आईएएस अशोक शाह, भारती के बाद स्पीकर गौतम ने कहा कहीं पश्चिम देश से तो नहीं लौटे

लाड़ली लक्ष्मी दो के शुभारंभ कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव अशोक शाह के मध्य प्रदेश में बच्चों को जन्म देने के बाद महिलाओं के स्तनपान को लेकर की गई टिप्पणी उनके लिए भारी साबित हो रही है। शाह को इस पर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मातृशक्ति विरोधी करार दिया था तो अब मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम ने उन पर तंज कसा है कि कहीं वे पश्चिम देश से तो लौटकर नहीं आए। पश्चिम देशों में ही माताएं बच्चों को अपना दूध नहीं पिलाती हैं।

उमा भारती का 17 नवंबर से पारिवारिक बंधन से मुक्त होने का ऐलान, विद्यासागरजी ही गुरु

पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने ऐलान किया है कि 17 नवंबर 2022 से उनके परिवारजन और वे स्वयं सभी बंधन से मुक्त हो जाएंगी। अब उनके गुरु आचार्य विद्यासागरजी महाराज हैं। भारती ने कहा कि आचार्य विद्यासागरजी की आज्ञा से ही वे यह फैसला ले रही हैं।

उज्जयिनी की कालगणना की पुनर्स्थापना के लिए वैदिक घड़ी, भूमिपूजन कल

उज्जयिनी उज्जैन को वापस कालगणना की दृष्टि से स्थापित किया जाएगा। इसके लिए लगभग 300 साल पहले जयपुर के महाराजा जयसिंह द्वारा बनवाए गए जन्तर मन्तर का यहां निर्माण किया जाएगा। कालगणना की पुनर्स्थापना के लिए यहां वैदिक घड़ी का निर्माण कराया जाएगा जिसका रविवार छह नवंबर को भूमिपूजन होगा।

भोपाल की नगर सरकार बनी मजाक, नाम बदलने की होड़ में बिना जानकारी जुटाए सांसद ने प्रस्ताव रखा

इतिहास की तथाकथित गलतियों को सुधारने की मंशा बताकर नाम बदलने की सरकारों में गाहे-ब-गाहे होड़ करती हैं और मध्य प्रदेश में भी यह इन दिनों खूब चल रहा है। इस होड़ में कोई भी पीछे नहीं रहना चाहता है। इस होड़ में भोपाल की सांसद अपने आपको पीछे होता देखकर गुरुवार को अचानक नगर सरकार यानी नगर निगम परिषद की बैठक में पहुंच गईं। वहां उन्होंने दो ऐसे प्रस्ताव रखे जिनका सदन के भीतर उस समय तालियां बजाकर सभी ने स्वागत किया लेकिन सांसद के जानकारी नहीं जुटाने की वजह से अब नगर सरकार की बैठक का ही मजाक बनाया जा रहा है। सांसद ने जिन प्रस्तावों को रखा था, दरअसल उनके नाम पहले ही परिवर्तित किए जा चुके हैं। ऐसे में अब नगर निगम परिषद के पदाधिकारी भी जुबानी सफाई देते घूम रहे हैं।

भोपाल के रक्तरंजित इतिहास बताने वाले नाम बदले, जानिये कौन से नाम थे और अब क्या किए गए

भोपाल के इतिहास की रक्तरंजित घटनाओं की याद दिलाने वाले हलालीपुर बस स्टैंड, हलालपुर बस्ती और लालघाटी चौराहा के नामों को बदल दिया गया है। इन नामों को हनुमानगढ़ बस स्टैंड, हनुमानगढ़ी बस्ती और महंत नारायण दास सर्वेसर चौराहा कर दिया गया है। नगर निगम में नामकरण के प्रस्ताव आज पारित कर दिए गए।

आठ नवंबर को पूर्ण चंद्रग्रहण, पढ़िये वैधशाला उज्जैन के मुताबिक कहां-कैसा दिखाई देगा

छह दिन बाद देश में आठ नवंबर को पूर्ण चंद्रग्रहण रहेगा जिसकी अवधि करीब चार घंटे उन्नीस मिनिट की है। उज्जैन की वैधशाला के मुताबिक यह चंद्रग्रहण कहां और कैसा दिखाई देगा, पढ़िये विस्तार से। भोपाल में चंद्रग्रहण आंशिक दिखाई देगा।

श्रीमहाकाल की “कार्तिक-अगहन” मास की आज पहली सवारी निकली, चार सवारी और

भगवान श्री महाकाल की कार्तिक-अगहन मास की पहली सवारी आज धूम-धाम से निकली। सभा-मंडप से पूजन पश्चात माँ क्षिप्रा के तट पहुंची औऱ श्री महाकाल का मां क्षिप्रा के जल से जलाभिषेक व पूजन अर्चन किया गया।

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