193 महीने पहले यानी 16 साल से भी ज्यादा समय पहले नीमच में कुख्यात अफीम तस्कर बंशी गुर्जर का फर्जी एनकाउंटर करने वाली पुलिस टीम ने किस व्यक्ति को बंशी गुर्जर बताकर मार डाला, यह सवाल आज भी अनुत्तरित है। पुलिस की तथाकथित सांठगांठ, मोटी रकम लेकर एनकाउंटर दिखाने के अपराधिक कृत्य को अंजाम देने वाले लोगों पर आज तक हत्या का मामला दर्ज क्यों नहीं हुआ और आज भी उनके हाथों में कानून की रक्षा की बागडोर कैसे है, इस प्रश्न का जवाब देने के लिए न सरकार में बैठे नेता आगे आ रहे हैं और न ही नौकरशाही की कमान संभालने वाले आईएएस या आईपीएस अधिकारी चुप्पी तोड़ रहे हैं। यही सवाल आज हम अपनी इस रिपोर्ट में उठा रहे हैं।
-
दुनिया
-
सांची विश्वविद्यालय में चित्रकला प्रतियोगिता
-
उज़्बेकिस्तान में कोकन अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प महोत्सव में बाग प्रिंट कला का लहराया
-
Bhopal की Bank अधिकारी की यूरोप में ऊंची चढ़ाई, माउंट Elbrus पर फहराया तिरंगा
-
भोपाल के दो ज्वेलर्स ने बैंकों को गोल्ड लोन में लगाया 26 करोड़ का चूना, यूको बैंक की चार शाखा को ठगा
-
UNO के आह्वान पर JAYS ने मनाया विश्व आदिवासी दिवस, जल, जंगल और जमीन के प्रति जागरूक हुए आदिवासी
-
-
ज्ञान-विज्ञान
-
सिविल जज इंटरव्यू में ST छात्रों के चयन नहीं होने पर जयस ने उठाया सवाल, कहा Reservation बस दिखावा
-
CBI जांच के बाद भी नर्सिंग कॉलेजों का फर्जीवाड़ा जारी, अब होशंगाबाद के नर्सिंग कॉलेज की Cyber Police में शिकायत
-
Daughters को पढ़ाने के नारा नारे तक सिमटा, Bhopal में ही एक Faimly बेटी को पढ़ाई से दूर करने वाला निकला
-













