मध्य प्रदेश से रायपुर कांग्रेस अधिवेशन के लिए एआईसीसी प्रतिनिधियों की सूची दो दिन पहले जारी हुई है जिसमें न तो विधानसभा चुनाव-नगरीय निकाय चुनाव के नतीजों के आधार पर संतुलन दिखाई दे रहा है और न ही क्षेत्रीयता का पुट नजर आ रहा है। रायपुर कांग्रेस अधिवेशन के लिए 71 एआईसीसी प्रतिनिधि और 28 मनोनीत प्रतिनिधियों सूची में करीब एक दर्जन जिलों के किसी भी नेता का नाम नहीं है तो ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ ग्वालियर-चंबल संभाग में पूरा ध्यान ग्वालियर जिले पर फोकस किया गया है। वहीं विंध्य में सबसे कम सीटें आने के बाद भी एआईसीसी डेलीगेट्स बनाने में नेताओं को तव्वजोह नहीं मिल पाई है तो बुंदेलखंड में नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा की बढ़त देखने के बाद भी वहां से भी कम प्रतिनिधित्व दिया गया है। इससे एआईसीसी डेलीगेट्स की सूची में कई खामियां दिखाई दे रही हैं जो विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
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