देश में मीडिया को संविधान का चौथा स्तंभ कहा जाता है लेकिन अब इसे नेताओं ने अपनों परायों की मीडिया में बांट दिया है। राजनीतिक दलों के समूह इंडिया ने यह अधिकृत रूप से कर दिया है और सोशल मीडिया पर इंडिया ने पराये पत्रकारों की सूची जारी कर दी है। सोशल मीडिया पर यह सूची तेजी से वायरल हुई है जिसका अब तक इंडिया के नेताओं ने खंडन भी नहीं किया है। वैसे मीडिया का एक बड़ा वर्ग सरकार के गुणगान में लगा है, इस तथ्य को कोई झुठला भी नहीं सकता है। पढ़िये रिपोर्ट।
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दुनिया
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