मध्य प्रदेश की आईपीएस मीट 2023 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो जाबांज आईपीएस अधिकारी सरबजीत सिंह और विजय यादव को अपने पहले कार्यकाल में डकैत समस्या को समाप्त करने में महत्वपूर्ण योगदान के लिए याद किया। चौहान ने कहा कि दोनों को डकैत प्रभावित जोन में भेजा गया था और सालभर में बड़े डकैत गैंग समाप्त हो गए थे। कुछ इसी तरह के किस्से आईपीएस मीट सीएम ने याद किए, पढ़िये किस-किस को याद किया।
आईपीएस मीट के शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने मध्य प्रदेश पुलिस के कोरोना-सिंहस्थ में किए गए काम को याद किया। कोरोना में तो केवल लॉकडाउन ही उपाय था और तब पुलिस जवानों ने जान हथेली पर रखकर कर्तव्यों को निभाया। मध्य प्रदेश पुलिस के इतिहास में देश में भी नाम कमाया है। जम्मू-कश्मीर, पंजाब, नार्थ ईस्ट में मध्य प्रदेश पुलिस ने काम किया और देश की एकता अखंडता को कायम रखने में योगदान दिया।
रुस्तम सिंह, चमनलाल, जेएन सक्सेना याद आए
मध्य प्रदेश पुलिस ने देश में कई काम किए। पंजाब में आतंकवाद चरम पर था तो मध्य प्रदेश कैडर के केपीएस गिल ही वहां उसे समाप्त करने गए थे। देश में कई अफसरों ने नाम कमाया है। देश में रुस्मतजी का नाम है और बीएसएफ उनकी ही कृति है। रुस्तमजी के अलावा चमनलाल, जेएन सक्सेना, अशोक पटेल ने भी देश में खासा नाम कमाया।
परिवार को भी समय दें, जूनियरों की समस्याएं भी जानें
सीएम चौहान ने कहा कि ड्यूटी के अलावा परिवार उपेक्षित नहीं रह जाए, इसका भी पूरा ध्यान रखना चाहिए। वे भी अपने परिवार और बच्चों को समय देते हैं। अगर ऐसा सामंजस्य नहीं स्थापित नहीं किया तो बाद में अहसास होता है। बच्चों के एकांकी होने पर दिशा भ्रमित होने की संभावना बढ़ जाती है तो उन्हें समय जरूर दें।
जिलों के अधिकारियों से भी संवाद बनाएं
जिलों के अधिकारियों से भी संवाद बनाने की दिशा में काम किया जाए। चौहान ने कहा कि विकास यात्रा के बाद वे इस तरह की मीटिंग शुरू करेंगे जिसमें जोन के आईजी, एसपी के साथ जिलों के एसडीओपी-टीआई से भी संवाद करेंगे। हर जिले की अलग समस्या होती है और संवाद होने पर ही वहां की परिस्थितियों के बारे में पता चलेगा। जूनियरों की समस्याओं का भी हमेशा पता करते रहना चाहिए। इन समस्याओं के बारे में गृह मंत्री और मुझे जानकारी देना चाहिए।
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