मध्य प्रदेश में भाजपा चुनाव के पूरे मोड में आ गई है और उसने 21 नेताओं की चुनाव प्रबंधन समिति के साथ घोषणा पत्र समिति और जिलों में संयोजकों के नाम फाइनल कर दिए हैं। चुनाव प्रबंधन समिति में 2020 में सत्ता परिवर्तन कराने वाले कांग्रेस से बागी 22 में से ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत केवल तीन नेताओं को शामिल किया गया है तो असंतुष्ट दिखाई दे रहे कुछ नेताओं को समितियों में जगह देकर मनाने की कोशिश भी की गई है। कैलाश विजयवर्गीय को चौथी बार महासचिव बनाया है तो मध्य प्रदेश के सांसद सुधीर गुप्ता व वीरेद्र खटीक बाहर हो गए हैं। चुनाव लड़ने के लिए खुद की दावेदारी जताने के बाद भी विजयवर्गीय को मध्य प्रदेश से दूर रखा जा रहा है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और उनकी कृपापात्र भोपाल महापौर मालती राय दोनों को राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं मिली है तो इंदौर महापौर पुष्पमित्र इसमें जगह पा लिए हैं। पढ़िये रिपोर्ट।
केंद्रीय नेतृत्व द्वारा मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की कमान एक तरह से अपने हाथ ले लिए जाने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा चुनाव प्रबंधन समिति का मुखिया केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को बनाकर भेजा गया है। हालांकि पिछली बार भी इस भूमिका में रह चुके हैं लेकिन इस बार सीधे दिल्ली से उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है। उनका साथ केंद्रीय मंत्रीद्वय भूपेंद्र यादव व अश्विनी वैष्णव को भेजा गया है जो मध्य प्रदेश के बाहर के हैं। तोमर की टीम में वरिष्ठता क्रम का ध्यान रखते हुए प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, सीएम शिवराज सिंह चौहान और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बाद सिंधिया का नाम शामिल किया गया है। यही नहीं उनके साथ सत्ता परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले तुलसीराम सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को केवल चुनाव प्रबंधन समिति में लिया गया है। शेष 19 तत्कालीन विधायकों को चुनाव संबंधी इन समितियों से दूर रखा गयाहै।
अंसुष्टों को मनाने का एक प्रयास
चुनाव प्रबंधन समिति में जिन 21 नेताओं को शामिल किया गया है, उनमें कुछ ऐसे हैं जो सरकार और संगठन पर अपनी नाराजगी का कभी न कभी इजहार कर चुके हैं। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल दमोह में अपने समर्थक के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने पर पुलिस अधीक्षक के खिलाफ सीधे आरोप लगा चुके हैं तो अजय विश्नोई कई बार सोशल मीडिया पर अपनी पोस्टों में सरकार-संगठन के प्रति नाराजगी दिखा चुके हैं। नारायण सिंह कुशवाह भी इस टीम का हिस्सा हैं जो टिकट मिलने की स्थितियां नहीं बनते देखकर अपनी नाराजी बयां कर चुके हैं तो उमाशंकर गुप्ता सरकार से नाराज चल रहे थे और उन्होंने एक बार अपने कार्यक्रम के दौरान पुलिस द्वारा चिनार पार्क के पास समर्थकों के साथ रोक दिए जाने पर धरना दे दिया था।
घोषणा पत्र समिति में आईएएस कियावत का नाम
भाजपा ने चुनाव के लिए घोषणा पत्र तैयार करने की 19 सदस्यों की समिति में रिटायर्ड आईएएस अधिकारी कवींद्र कियावत का नाम शामिल किया है। समिति में सिंधिया समर्थक और मंत्री राज्यवर्धन सिंह अकेले शामिल किए गए हैं। इसका प्रमुख असंतुष्ट रहे पूर्व मंत्री जयंत मलैया बनाए गए हैं तो दूसरे असंतुष्ट नेता और किसी समय सिंधिया के घोर विरोधी रहे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा, अजय विश्नोई, दीपक विजयवर्गीय जैसे नाम भी हैं। चुनाव के लिए 57 जिला संयोजकों की सूची भी जारी कर दी गई है जिसमें पूर्व मंत्री अंतर सिंह आर्य, सूर्यप्रकाश मीणा और शिव चौबे जैसे नाम भी हैं।
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