कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद अब मध्य प्रदेश में चुनावी सरगर्मी बढ़ेंगी। यहां का चुनावी समीकरण उत्तर में यूपी-बिहार, दक्षिण में महाराष्ट्र से प्रभावित रहता है। उत्तर में चंबल की 13 सीटें हैं जो उत्तर प्रदेश के जातीय समीकरणों में फंसी रहती हैं और यहां का दलित समाज भाजपा और कांग्रेस दोनों की हार-जीत पर असर डालता है। कई विजयी प्रत्याशियों को वहां दूसरे और तीसरे नंबर रहने वाले प्रत्याशी काफी कम वोट मिलते हैं लेकिन यह लोकतंत्र है जिसे सबसे ज्यादा वोट मिलते हैं वही जीतता है। आईए समझिए चंबल विधानसभा सीटों के बारे में।
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