मध्य प्रदेश की युवा महिला आईएएस अधिकारी नेहा मारव्या को निष्पक्ष भाव से एक जांच करने की सजा ढाई साल में कभी बिना काम तो कभी नाम मात्र की जिम्मेदारी मिलने के साथ बिताना पड़ी। सरकार के बदलने के साथ 14 साल बाद उन्हें पिछले महीने ही कलेक्टरी मिली है मगर उनके सच की लड़ाई अब सही मायने में पूरी हुई है क्योंकि जिस रिपोर्ट को तत्कालीन उनके वरिष्ठ अधिकारियों ने एकतरफ रख दी थी, उसके आधार पर ईओडब्ल्यू जांच करने जा रहा है। पढ़िये कौन हैं नेहा मारव्या और क्या थी उनकी पूरी रिपोर्ट।
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