भोपाल के तारासेवनिया के पास चाइल्ड लाइन की जिम्मेदारी संभालने वाले एनजीओ द्वारा आंचल नाम से बाल गृह चलाया जा रहा था जहां राज्य बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो व सदस्यों को 68 बच्चियों का रिकॉर्ड मिला था। मगर वहां मौके पर केवल 41 बच्चियां मिलीं। बाल गृह भी अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था। इस अवैध बाल गृह के संचालन को लेकर नव पदस्थ कलेक्टर कौशलेंद्र सिंह जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लिया है तो आयोग ने चाइल्ड लाइन की ऐसे एनजीओ को जिम्मेदारी दिए जाने को पूर्ववर्ती सरकार के कैबिनेट फैसले की आलोचना की है। पढ़िये रिपोर्ट।
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