करोड़ों रुपए नकद राशि रखने और कई किलोग्राम सोना, अरबों की संपत्ति, सैकड़ों किलो चांदी, विदेशी मुद्रा का भंडार रखने वाले सौरभ शर्मा पर छापे के बाद जांच एजेंसियों की लापरवाह विवेचना से वह 41 दिन फरार रहा और एक दिन पहले अदालत में पहुंचकर फिर गुम होकर अगले दिन अदालत के सामने प्रकट हुआ। इतनी बड़ी बड़ी एजेंसियों के इनवेस्टिगेशन से जुड़े होने के बाद भी उसके छापे के बाद से सवालों के घेरे में फंसी लोकायुक्त पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसी 41 दिन तक देश-विदशे में खोजने के नाम पर कागजी घोड़े दौड़ती रहीं और फिर कल से आज तक 24 घंटे में उसे भोपाल के भोपाल में नहीं ढूंढ पाई। सौरभ ने जब चाहा तब यानी अदालत के बाहर प्रकट होकर लोकायुक्त पुलिस को गिरफ्तारी का मौका दिया। इससे लोकायुक्त पुलिस की कार्यप्रणाली पर फिर सवाल खड़े होने लगे हैं।
-
दुनिया
-
UNO के आह्वान पर JAYS ने मनाया विश्व आदिवासी दिवस, जल, जंगल और जमीन के प्रति जागरूक हुए आदिवासी
-
बागेश्वर सरकार की ज़िंदगी पर शोध करने पहुची न्यूजीलैंड के विश्वविद्यालय की टीम
-
Rahul Gandhi ने सीजफायर को BJP-RSS की सरेंडर की परंपरा बताया, कहा Modi करते हैं Trump की जी हुजूरी
-
ऑपरेशन सिंदूर ने बताया आतंकवादियों का छद्म युद्ध, प्रॉक्सी वॉर नहीं चलेगा, गोली चलाई जाएगी तो गोले चलाकर देंगे जवाब
-
मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर कामलीला, नेताजी की महिला शिक्षक मित्र संग आशिकी का वीडियो वायरल
-