मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश के भव्य भवन का निर्माण हो रहा है और इसके नींव के पत्थर संविदा पर कार्य कर रहे कर्मचारी हैं। इन्होंने नियमित कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर और कहीं-कहीं उससे अधिक भी कार्य किया है। कई अवसरों पर इन्होंने जान की बाजी लगाकर अपना दायित्व निभाया और अद्भुत कार्य कर दिखाया। कोविड के दौर में भी संविदा कर्मचारियों ने नागरिकों की जिन्दगी बचाई, जिसे कभी मध्यप्रदेश भुला नहीं पाएगा। संविदा कर्मचारियों की क्षमताएं और कार्यकुशलता किसी से कम नहीं है। इनमें सेवा का भाव भी है। इस नाते संविदा कर्मचारियों के जीवन की अनिश्चितता को समाप्त करना आवश्यक है। संविदा कर्मचारियों को लोगों की बेहतर सेवा का संकल्प लेकर कार्य करना है। यदि आज मध्यप्रदेश नंबर-1 है क्योंकि विभागों में कार्य कर रहे संविदा कर्मचारियों ने आगे बढ़कर कार्य किया है। ये मध्यप्रदेश के लिए दाएं-बाएं हाथ और दिल की तरह हैं।
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