Bhopal में नहीं रुक रहा लव जिहाद, कॉलेज Students के बाद अब Model शिकार, जान गंवाई

मध्य प्रदेश में लव जिहाद के मामले थम नहीं रहे हैं, खासकर भोपाल में एक मामला शांत नहीं होता और दूसरा सामने आ जाता है। अभी शारिक मछली और उसके साथियों के More »

Daughters को पढ़ाने के नारा नारे तक सिमटा, Bhopal में ही एक Faimly बेटी को पढ़ाई से दूर करने वाला निकला

दस साल पहले जिस बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारे के साथ भारत सरकार ने योजना को लांच किया था, उसकी जमीनी हकीकत को भोपाल में एक परिवार ने आईना दिखाया है। यहां More »

MP PCC में Rahul से दूर रखे जा रहे संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी, जिलाध्यक्षों की ट्रेनिंग कार्यक्रम से किया दूर

मध्य प्रदेश कांग्रेस में युवा नेतृत्व को मजबूत करने के नाम पर वरिष्ठ नेताओं को दूध में मक्खी की तरह अलग करने की रणनीति दिखाई दे रही है। चाहे संगठन सृजन कार्यक्रम More »

Madhya Pradesh में DAK विभाग पेशेवर सलाहकारों के माध्यम से अपनी विरासत के भवनों-स्मारकों का करेगा जीर्णोद्धार

मध्य प्रदेश में कई ऐतिहासिक बिल्डिंग और स्मारक हैं जिनकी देखरेख नहीं होने से उनकी हालत खराब हो रही है मगर केंद्रीय डाक विभाग ने अपनी ऐसी विरासत के भवनों व स्मारकों More »

डेयरी संचालक ने दुकानों को तोड़ने फर्जी व्यक्ति को बनाया BHOPAL जिला BJP अध्यक्ष रविंद्र यति, अब POLICE ढूुंढेगी…

नेताओं के दबदबे को दिखाने के लिए एक दुकानदार ने अपने पड़ोस के दुकानदारों के कब्जों को गिराने के लिए ऐसा षड़यंत्र रचा कि अब वह उनके गले की हड्डी बनने वाला More »

महामंडलेश्वर उत्तम स्वामी महाराज ने पहुंचे महाकाल के दरबार, शिष्यगणों के साथ किए दर्शन

भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में शनिवार को महामंडलेश्वर उत्तम स्वामीजी महाराज और उनके शिष्य गण महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे। वहां उन्होंने अपने शिष्यगणों के साथ भगवान महाकाल के दर्शन किए।

दूरस्थ शिक्षा स्वावलंबन का माध्यम बने : राज्यपाल श्री पटेल

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि दूरस्थ शिक्षा स्वावलंबन का माध्यम बने। व्यावसायिक, रोजगार परक पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों के प्लेसमेंट में भी शिक्षण, प्रशिक्षण संस्थान द्वारा आवश्यक सहयोग किया जाए। इस संबंध में दूरस्थ शिक्षा प्रणाली की संभावनाओं पर सम्मेलन में विचार-विमर्श किया जाना चाहिए।  उन्होंने कहा कि शिक्षण, प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों का आधार रोजगार, व्यवसाय और इन्डस्ट्री की जरूरतों के अनुसार होना चाहिए। ज्ञान विज्ञान, टेक्नोलॉजी,  अकादमिक क्षेत्र में कुशल, दक्ष बनाने और कौशल उन्नयन के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा डिस्टेंस लर्निंग में उपलब्ध होनी चाहिए। पाठ्यक्रमों का संयोजन भी संबंधित क्षेत्र के ख्यातनाम, विषय और डिस्टेंस लर्निंग प्रणाली के विशेषज्ञों की सहभागिता से किया जाना आवश्यक है।

उज्जैन जेल अधीक्षक मनोज कुमार साहू होंगे, GPF कांड में उषा राज को जेल के बाद फैसला

मध्यप्रदेश में चर्चित जेल विभाग के जीपीएफ कांड के बाद जेल अधीक्षक उषा राज को जेल हो जाने से रिक्त जेल अधीक्षक पद पर मनोज कुमार साहू की पदस्थापना की गई है. मनोज कुमार साहू की पदस्थापना आदेश 27 अप्रैल को जारी किए गए हैं.

गोदाम संचालक से फ़ूड कारपोरेशन के कर्मचारियों ने मांगी रिश्वत, CBI ने पकड़ा

भोपाल में फ़ूड कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया के दो कर्मचारियों को सीबीआई ने गोदाम संचालक से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है. इन दोनों के खिलाफ सीबीआई ने प्रकरण बनाकर उनके ऑफिस और निवास पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है.

भूमि बटांकन पटवारी ने मांगी रिश्वत, लोकायुक्त पुलिस ने किया ट्रैप

रायसेन जिले की बरेली तहसील मैं एक भूमि के बटांकन मैं सुधार के लिए पटवारी ने ₹25000 की रिश्वत मांगी तो अभी दोपहर में लोकायुक्त पुलिस ने टीम गठित कर पटवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया.

पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के पुत्र सिद्धार्थ की घर वापसी, उपचुनाव में की थी बगावत

शिवराज सरकार में पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के पुत्र सिद्धार्थ मल्ल्या की पार्टी में वापसी हो गई है. आज प्रदेश भाजपा कार्यालय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा में सिद्धार्थ को गमछा पहना कर पार्टी में वापसी कराई. सिद्धार्थ ने विधानसभा उपचुनाव के दौरान भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ और अन्य गतिविधियां की थी जिसको लेकर पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया.

यादों के झरोखे: ऑपरेशन ब्लू स्टार में बादल को पचमढ़ी में नजरबंद किया गया था

पंजाब के जाने-माने राजनेता प्रकाश सिंह बादल का कल निधन हो गया उनकी मध्यप्रदेश से जुड़ी कुछ यादों को हमारे साथ भोपाल के डॉक्टर आलोक गुप्ता ने शेयर किया है. बादल यहां क्यों आए थे और किस कारण उन्हें यहां लाया गया था जानिए इस रिपोर्ट में.

पंजाब में ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान वहां के कई नेताओं को नजरबंद किया गया था जिनमें प्रकाश सिंह बादल भी शामिल थे. उन्हें पंजाब या देश के अन्य किसी राज्य में नहीं बल्कि मध्यप्रदेश में नजरबंद किया गया था. उनके साथ मध्यप्रदेश में सुरजीत सिंह बरनाला को भी नजर बंद करने के लिए लाया गया था. इन दोनों नेताओं को मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थल पचमढ़ी में रखा गया था जिनकी चिकित्सक की देखरेख के लिए भोपाल के डॉक्टर आलोक गुप्ता की ड्यूटी लगी थीथी.

डॉ गुप्ता विशेष वाहन से पचमढ़ी गए थे

बहुत कम लोगों को यह जानकारी है कि अमृतसर में जून 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार उपरान्त पंजाब की राजनीति के शिखर पुरुष प्रकाश सिंह बादल एवम सुरजीत सिंह बरनाला को मध्यप्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी में कढ़े सुरक्षा प्रबन्ध में नज़रबन्द रखा गया था। यही नहीं, उन दोनों के मेडिकल परीक्षण हेतु भोपाल से गांधी मेडिकल कॉलेज व हमीदिया अस्पताल में कार्यरत डॉ आलोक गुप्ता को विशेष आदेश व वाहन द्वारा भेजा गया था।

सरपंच से सीईओ ने 5000 मांगे तोFIR, CM ने दिए थे निर्देश

राजगढ़ जिले के ब्यावरा जनपद सीईओ ने सरपंच से ₹5000 रिश्वत लेकर ₹25000 की मांग की. इस घटना का जब वीडियो वायरल हुआ तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर को सख्त कार्रवाई का निर्देश देते हुए एफआईआर दर्ज करने की का निर्देश दिया.

दो करोड़ की गाड़ी लेकर भी चला नहीं पा रहे ‘उज्जवल’, RTO में नौ महीने बाद भी रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ

मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग में सही काम के लिए आम नागरिक किस तरह परेशान होता है, यह इंदौर में देखने को मिला है। एक व्यक्ति ने नौ महीने पहले दो करोड़ की गाड़ी ली और आरटीओ में सभी कागजात जमा किए मगर आज तक रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाने से दो करोड़ की गाड़ी खड़ी है। पढ़िये किस व्यक्ति के साथ यह हुआ और रजिस्ट्रेशन नहीं होने से वे किस तरह बैंक के नोटिस से परेशान हैं।

वन विभाग में चुनाव पूर्व प्रशासनिक सर्जरी होगी, APCCF मनोज अग्रवाल की मुख्यालय में वापसी संभव

मध्य प्रदेश में चुनाव पूर्व आईएएस-आईपीएस अधिकारियों की प्रशासनिक सर्जरी के बाद अब आईएफएस अफसरों की नई पदस्थापनाएं होने की कवायद चल रही है। लगभग 2 दर्जन से अधिक आईएफएस अधिकारियों इससे प्रभावित हो सकते हैं। लंबे अरसे से प्रभार में चल रहे सर्किल शिवपुरी, छिंदवाड़ा और ग्वालियर में नई पदस्थापना होने जा रही हैं। पदेन वन संरक्षक पद पर लंबे समय से काम कर रहे उज्जैन में पदस्थ अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक मनोज अग्रवाल की मुख्यालय में वापसी होने के संकेत हैं। अग्रवाल की पदस्थापना कैडर विरुद्ध यह कहते हुए की गई थी कि मुख्य वन संरक्षक स्तर के अधिकारी नहीं है। आज भी स्थिति वैसी है किंतु अब सीसीएफ की जगह पर वन संरक्षक की पदस्थापना सर्किल में होने लगी है। गौरतलब यह है कि मुख्यालय में एपीसीसीएफ के कई पद रिक्त पड़े हैं।

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