मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी में विधानसभा चुनाव में हार के बाद हुए बदलाव में आए युवा नेतृत्व में अब पटरी नहीं बैठ रही है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रभारी महासचिव के रूप में भेजे गए नेता भंवर जितेंद्र सिंह भी अतिरिक्त प्रभार को अतिरिक्त समझकर विजिटर्स की तरह आते-जाते हैं। प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह से लेकर जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार के बीच तालमेल की कमी पटरी नहीं बैठने के संकेत देती है। हाईकमान ने बुधवार को पटवारी को अचानक बुलाया और खाली हाथ वापस भेज दिया है। पढ़िये कांग्रेस की मध्य प्रदेश की राजनीति में चल रही ऊहापोहा की स्थिति पर रिपोर्ट।
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