मध्य प्रदेश के सरकारी महाविद्यालयों में रिक्त पदों के विरुद्ध सेवा कर रहे अतिथि विद्वानों के चल रही स्थांतरण की प्रक्रिया ने अब एक नए विवाद को जन्म दे दिया है। मार्च 2023 में बहुतायत की संख्या में पद रिक्त थे और पोर्टल में शो भी हो रहे थे लेकिन एक वर्ष बाद औऱ रिक्त पदों की संख्या बढ़नी चाहिए जो नहीं दिख रही है और इससे अतिथि विद्वानों को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा। महिला अतिथि विद्वानों को काफी दिक़्क़तों से जूझना पड़ रहा है जो अपने शहर में रिक्त पद होने के बावजूद 800 से हज़ार किलोमीटर सेवा दे रहीं हैं। इस स्थल परिवर्तन की घोषणा मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी।
-
दुनिया
-
भोपाल के दो ज्वेलर्स ने बैंकों को गोल्ड लोन में लगाया 26 करोड़ का चूना, यूको बैंक की चार शाखा को ठगा
-
UNO के आह्वान पर JAYS ने मनाया विश्व आदिवासी दिवस, जल, जंगल और जमीन के प्रति जागरूक हुए आदिवासी
-
बागेश्वर सरकार की ज़िंदगी पर शोध करने पहुची न्यूजीलैंड के विश्वविद्यालय की टीम
-
Rahul Gandhi ने सीजफायर को BJP-RSS की सरेंडर की परंपरा बताया, कहा Modi करते हैं Trump की जी हुजूरी
-
ऑपरेशन सिंदूर ने बताया आतंकवादियों का छद्म युद्ध, प्रॉक्सी वॉर नहीं चलेगा, गोली चलाई जाएगी तो गोले चलाकर देंगे जवाब
-