मंदसौर में अफीम के पट्टों के नामांतरण के लिए केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो में आवेदकों से मोटी रकम की रिश्वत मांगी जाती है जिसका ताजा उदाहरण एक आवेदक के पट्टाधारी पिता के निधन का मामला है। पट्टा नामांतरण के लिए आवेदक से एक लाख 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए नारकोटिक्स ब्यूरो के दो संविदा कर्मचारियों को सीबीआई ने पकड़ा है जबकि जिस सब इंस्पेक्टर के खिलाफ एफआईआर थी, उसके खिलाफ फिलहाल कोई एक्शन नहीं हुआ है। पढ़िये अफीम के पट्टों के नामांतरण पर रिपोर्ट।
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