मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले इन दिनों भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में हड़बड़ाहट का माहौल दिखाई दे रहा है। भाजपा में कर्नाटक विधानसभा चुनाव की हार के बाद कुछ ज्यादा यह स्थिति नजर आ रही है और बुधवार को प्रदेश के बड़े नेताओं के अचानक भोपाल-दिल्ली के दौरों में यह साफ जाहिर हो गया है कि वहां सबकुछ ठीक नहीं है। इसी तरह कांग्रेस में भी दिल्ली में शुक्रवार को प्रदेश के बड़े नेताओं को बुलाए जाने के पीछे चुनावी रणनीति गिनाया जा रहा है लेकिन खिचड़ी वहां भी कुछ पक तो रही है जिसका नतीजा आने वाले दिनों में दिखाई दे सकता है। पढ़िये इन्हीं हालातों पर रिपोर्ट।
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