मध्य प्रदेश के श्योपुर कूनो नेशनल पार्क में चार महीनों में आठ चीतों की मौत पर केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के विरोधीभासी तथ्य सामने आए हैं। एक तरफ राज्यसभा में कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा को केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे बताते हैं कि चीतों की मौत दर्दनाक सदमे की वजह से हुई तो वहीं एनटीसीए चीतों की मौत प्राकृतिक बताया है। टास्क फोर्स चेयरमेन इन मौतों को रेडियो कॉलर के कारण त्वचा में चीता सूरज की गर्दन के घाव में कीड़े हो गए थे और सेप्टीसीमिया से उसकी मौत हुई। पढ़िये चीतों की मौत पर मंत्री, एनटीसीए और टास्क फोर्स के विरोधाभासी तथ्यों पर आधारित वरिष्ठ पत्रकार गणेश पांडेय की रिपोर्ट।
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