डेढ़ दशक पहले अफीम तस्करी में कुख्यात नाम बंशी गुर्जर को नीमच पुलिस ने फर्जी एनकाउंटर करके मरा दिखा दिया था मगर जब तीन साल बाद उज्जैन में जिंदा पकड़ा गया तो एनकाउंटर की पोल खुली। बंशी गुर्जर के जिंदा मिलने के बाद हाईकोर्ट में याचिका लगाकर जांच की मांग हुई तो दिल्ली सीबीआई को जांच सौंपी गई जिसमें अब तेजी आई है। फर्जी एनकाउंटर टीम में शामिल रहे पुलिस अधिकारी ग्लैडविन एडवर्ट, नीरज प्रधान की गिरफ्तारी के बाद अब रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी वेदप्रकाश शर्मा से लेकर अभी भी पुलिस वर्दी पहनकर नौकरी कर रहे अनिल पाटीदार, विवेक गुप्ता, मुख्ययार कुरेशी पर तलवार लटक गई है। जानिये मामला क्या है और इसकी अगली कड़ी में हम आपको इससे जुड़ी अन्य घटनाओं को तीन अप्रैल को बताएंगे।
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