मध्य प्रदेश में 2018 में कांग्रेस का साथ देने वाले आदिवासी संगठन जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) दो फाड़ हो गए हैं और इससे कांग्रेस को भारी झटका लग सकता है। जयस का जो धड़ा तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसी राव की पार्टी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के साथ जुड़ा है उसमें संस्थापक सदस्य विक्रम अचालिया और राष्ट्रीय अध्यक्ष लोकेश मुजाल्दा है। जयस की इस फूट से आदिवासी विधानसभा सीट ही नहीं उसके प्रभाव वाली कुल 80 सीटों पर इसका असर दिखाई देगा। आईए बताते हैं जयस क्या है और उसकी फूट का क्या होगा विधानसभा चुनाव 2023 पर असर।
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