Daughters को पढ़ाने के नारा नारे तक सिमटा, Bhopal में ही एक Faimly बेटी को पढ़ाई से दूर करने वाला निकला

दस साल पहले जिस बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारे के साथ भारत सरकार ने योजना को लांच किया था, उसकी जमीनी हकीकत को भोपाल में एक परिवार ने आईना दिखाया है। यहां More »

MP PCC में Rahul से दूर रखे जा रहे संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी, जिलाध्यक्षों की ट्रेनिंग कार्यक्रम से किया दूर

मध्य प्रदेश कांग्रेस में युवा नेतृत्व को मजबूत करने के नाम पर वरिष्ठ नेताओं को दूध में मक्खी की तरह अलग करने की रणनीति दिखाई दे रही है। चाहे संगठन सृजन कार्यक्रम More »

Madhya Pradesh में DAK विभाग पेशेवर सलाहकारों के माध्यम से अपनी विरासत के भवनों-स्मारकों का करेगा जीर्णोद्धार

मध्य प्रदेश में कई ऐतिहासिक बिल्डिंग और स्मारक हैं जिनकी देखरेख नहीं होने से उनकी हालत खराब हो रही है मगर केंद्रीय डाक विभाग ने अपनी ऐसी विरासत के भवनों व स्मारकों More »

डेयरी संचालक ने दुकानों को तोड़ने फर्जी व्यक्ति को बनाया BHOPAL जिला BJP अध्यक्ष रविंद्र यति, अब POLICE ढूुंढेगी…

नेताओं के दबदबे को दिखाने के लिए एक दुकानदार ने अपने पड़ोस के दुकानदारों के कब्जों को गिराने के लिए ऐसा षड़यंत्र रचा कि अब वह उनके गले की हड्डी बनने वाला More »

आखिरकार PWD के पूर्व Eng in Chief जीपी मेहरा पर लोकायुक्त पुलिस का Action, विभाग के तथाकथित भ्रष्ट अफसरों में गिने जाते रहे मेहरा

जिन सड़कों को लेकर मध्य प्रदेश किसी जमाने में बदनाम हुआ करता था, उसे बनाने और देखरेख करने वाले लोक निर्माण विभाग के तथाकथित भ्रष्ट अफसरों में गिने जाने वाले रिटायर्ड इंजीनियर More »

चीतों की कब्रगाह बना कूनो, दो और शावकों की मौत, अब तक खत्म हो चुके हैं छह चीते

नामीबिया-दक्षिण अफ्रीका से लाए चीतों में से ज्वाला मादा चीता ने जिन भारतीय जमीन पर जिन चार चीतों को जन्म दिया था, उनमें से दो की ओर मौत हो गई। इस तरह तीन दिन में चार में से तीन शावकों की मौत हो गई है और एक जीवित शावक भी गंभीर रूप से बीमार बताया जा रहा है। वन विभाग शावकों की मौतों को लेकर कह रहा है कि शावकों के जीवित बचने का प्रतिशत बहुत कम होता है। कूनो में अब 18 चीते बचे हैं जिनमें से एक शावक है जो ज्वाला का बच्चा है।

विधानसभा चुनाव 2023ः BJP हो या INC, दोनों ही जगह हड़बड़ाहट, कब क्या होगा सब असमंजस में

मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले इन दिनों भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में हड़बड़ाहट का माहौल दिखाई दे रहा है। भाजपा में कर्नाटक विधानसभा चुनाव की हार के बाद कुछ ज्यादा यह स्थिति नजर आ रही है और बुधवार को प्रदेश के बड़े नेताओं के अचानक भोपाल-दिल्ली के दौरों में यह साफ जाहिर हो गया है कि वहां सबकुछ ठीक नहीं है। इसी तरह कांग्रेस में भी दिल्ली में शुक्रवार को प्रदेश के बड़े नेताओं को बुलाए जाने के पीछे चुनावी रणनीति गिनाया जा रहा है लेकिन खिचड़ी वहां भी कुछ पक तो रही है जिसका नतीजा आने वाले दिनों में दिखाई दे सकता है। पढ़िये इन्हीं हालातों पर रिपोर्ट।

माध्यमिक शिक्षा मंडल का परीक्षा परिणाम घोषितः हायर सेकंडरी के मुकाबले हाई स्कूल का रिजल्ट बेहतर

मध्य प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा मंडल की हायर सेकंडरी और हाई स्कूल के परीक्षा परिणाम की आज घोषणा कर दी गई। इसमें हायर सेकंडरी का रिजल्ट 58.75 फीसदी रहा तो दसवीं का रिजल्ट 66.47 रहा है। हायर सेकंडरी और हाई स्कूल की प्रावीण्य सूची भी जारी की गई हैं।

कोल सम्मेलन के बहाने CM चौहान का विंध्य पर निशाना, कोलगढ़ी जीर्णोद्धार के लिए तीन करोड़ दिए

मध्य प्रदेश में विंध्य क्षेत्र की सतना की मैहर, ,सिंगरौली की देवसर, सीधी की धौहनी, शहडोल की ब्यौहारी, जयसिंहनगर, जैतपुर, अनूपपुर की कोतमा, अनूपपुर, बांधवगड़ व पुष्पराजगढ़ विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां कोल आदिवासी समाज विधानसभा चुनावों के परिणामों पर असर डालता है। यहां गौंडवाना गणतंत्र पार्टी का भी असर है जो कोल आदिवासी समाज में पैठ रखती है। कांग्रेस का वोट गौंडवाना गणतंत्र पार्टी के मैदान में उतरने से बंट गया था और इससे इन विधानसभा सीटों में से 2018 में भाजपा को सात सीटों पर जीत मिल गई थी। इस बार विंध्य में कांग्रेस दम लगा रही है और उसके नेताओं के बीच 2018 से ज्यादा बेहतर समन्वय दिखाई दे रहा है। ऐसे में भाजपा के लिए चुनौती बने इस क्षेत्र को साधने की कोशिशें तेज हो गई हैं। आज कोल जनजाति सम्मेलन उसी कड़ी में शिवराज सरकार का एक कदम बताया जा रहा है।

कांग्रेस हाईकमान ने दिल्ली में तलब किए प्रदेश के नेता, बैठक में गिले-शिकवे भी निकलने के आसार

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस अब अक्टूबर-नवंबर में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट रही है और मध्य प्रदेश में बड़े नेताओं के बीच गिले-शिकवे देखते हुए हाईकमान ने बड़े नेताओं को तलब किया है। नेताओं को 26 मई को दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ एकसाथ बैठक के लिए बुलाया गया है। कर्नाटक की तर्ज पर मध्य प्रदेश में चुनाव लड़ने उतरने के लिए पार्टी की तरफ से यह संकेत दे दिए गए हैं कि चेहरा नहीं मुद्दों पर वोट मांगे जाएंगे। दिल्ली की बैठक में कौन-कौन जाएंगे, पढ़िये यह रिपोर्ट।

शिव पुराण-कथा वाचकों की शरण में नेताजी, जनता तक पहुंचने का नया रास्ता

विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और इन दिनों भाजपा-कांग्रेस में टिकट के दावेदार जनता तक पहुंचने के लिए आस्था का सहारा ले रहे हैं। शिव पुराण और कथा वाचकों के माध्यम से नेताजी जनता में अपना प्रचार करने का तरीका तलाश रहे हैं। इन दिनों ऐसे शिव पुराण व कथा वाचकों की मांग बढ़ गई है। आपको बताते हैं किसकी कितनी मांग।

कांग्रेस ने सहकारिता प्रकोष्ठ में बनाया समन्वयक, चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी को कमान सौंपी

मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने एक समय अपने सबसे सशक्त कार्यक्षेत्र सहकारिता को फिर हाथ में लेने की कोशिश की है। पार्टी के सहकारिता प्रकोष्ठ में प्रदेश समन्वयक बनाकर उसे सक्रिय बनाने की जिम्मेदारी पीसीसी के महासचिव चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी को सौंपी है। द्विवेदी को सहकारिता का अच्छा अनुभव है।

UPSC में कलेक्ट्रेट के बाबू, किसान, पत्रकार, वकील-नेताजी के बच्चों ने बाजी मारी, जानें कौन है ये प्रतिभावान

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) का आज परिणाम घोषित हुआ है जिसमें मध्य प्रदेश के कई प्रतिभावान बच्चों का सिलेक्शन हुआ। इसमें कलेक्ट्रेट के एक बाबू, किसान के बेटे, वकील-पत्रकार और नेता के बच्चों ने स्थान पाया है। जानिये एमपी के किन बच्चों का सिलेक्शन हुआ जिन्होंने प्रदेश का नाम रोशन किया।

कूनो में भारतीय चीतों में से एक की मौत, ज्वाला के तीन भारतीय शावक बचे

दक्षिण अफ्रीका-नामीबिया से आए चीतों में से तीन चीतों की मौत के बाद उनके द्वारा भारतीय जमीन पर जिन चार शावकों को जन्म दिया गया था, उनमें से एक बच्चे की आज मौत हो गई। पीसीसीएफ वन्य प्राणी जेएस चौहान ने इसकी पुष्टि की है और बताया है कि यह बच्चा जन्म के बाद से ही कमजोर था। काफी समय के बाद भी उसकी कमजोरी दूर नहीं हुई और आज उसकी मौत हो गई।

विधानसभा चुनाव 2023ः मालवा की 43 सीटें, भाजपा 29 पर 25 साल से भारी, चार क्लीनस्विप वाली

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के पहले हमने आपके सामने अब तक ग्वालियर-चंबल, बुंदेलखंड, विंध्य, महाकौशल, नर्मदापुरम-भोपाल, निमाड़ की 187 सीटों का पिछले पांच चुनाव के आधार पर विश्लेषण पेश किया और उसी कड़ी में मालवा की 43 सीटों का एनालिसिस दे रहे हैं। हालांकि पांच चुनाव के आधार पर भाजपा का पलड़ा भारी दिखाई देता है क्योंकि उसने यहां की 29 सीटों पर तीन या इससे ज्यादा जीत हासिल कर रखी है तो उसकी तुलना में कांग्रेस के पास ऐसी 10 सीटें ही हैं। पढ़िये हमारे विश्लेषणात्मक रिपोर्ट।

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