मध्य प्रदेश विधानसभा सचिवालय में मुखिया का रिटायरमेंट 31 मार्च को है और अब सेकंड-थर्ड लाइन तैयार नहीं होने से लोकसभा, गुजरात-यूपी-राजस्थान विधानसभा जैसे हालात निर्मित हो रहे हैं। भर्ती में बैकडोर एंट्री से विधानसभा सचिवालय में संसदीय जानकारी रखने वाले विशेषज्ञ अधिकारी-कर्मचारियों का टोटा पड़ गया है। आईए आपको बताएं विधानसभा सचिवालय में क्यों बने ऐसे हालात। पढ़िये वरिष्ठ पत्रकार रवींद्र कैलासिया की रिपोर्ट।
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