40 साल पहले जिस यूनियन कार्बाइड की जहरीली गैस मिक ने हजारों लोगों की जान ली थी और उसके प्रभाव का असर आज तक शहर के पीड़ित झेल रहे हैं, उस फैक्ट्री की जमीन में दबे रासायनिक कचरे को आखिरकार पीथमपुर औद्योगिक नगर में लेकर निष्पादित किया जा रहा है। 250 किलोमीटर का ग्रीन कॉरीडोर बनाकर ट्रकों व डंपर में भरकर पीथमपुर ले जाने की शुरुआत रविवार की रात से शुरू की गई। पढ़िये रिपोर्ट।
-
दुनिया
-
सांची विश्वविद्यालय में चित्रकला प्रतियोगिता
-
उज़्बेकिस्तान में कोकन अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प महोत्सव में बाग प्रिंट कला का लहराया
-
Bhopal की Bank अधिकारी की यूरोप में ऊंची चढ़ाई, माउंट Elbrus पर फहराया तिरंगा
-
भोपाल के दो ज्वेलर्स ने बैंकों को गोल्ड लोन में लगाया 26 करोड़ का चूना, यूको बैंक की चार शाखा को ठगा
-
UNO के आह्वान पर JAYS ने मनाया विश्व आदिवासी दिवस, जल, जंगल और जमीन के प्रति जागरूक हुए आदिवासी
-