मध्य प्रदेश विधानसभा में आज प्रमुख विपक्षी दल सत्ताधारी भाजपा पर हावी हो गया। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिए जाने के बाद संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा निशाने पर आ गए। विपक्ष की तरफ किताब फेंके जाने पर मिश्रा पर भड़का विपक्ष तो पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा नियमावली संबंधी किताब को फाड़े जाने से अब सत्ता पक्ष के टारगेट पर आ गए हैं। दस दिन की छुट्टी के बाद 13 मार्च को जब फिर से बजट सत्र की कार्यवाही शुरू होगी तब सदन में दोनों पक्ष आमने-सामने आएंगे। पढ़िये क्या हो सकता है स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का और नरोत्तम मिश्रा-सज्जन सिंह वर्मा पर कैसे पड़ सकता उनका अमर्यादित व्यवहार भारी।
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