मध्य प्रदेश कांग्रेस में दबंग नेता के रूप में माने जाने वाले मालवा के आदिवासी नेता उमंग सिंघार 117 दिन का गुप्तवास काटकर आज अपने पुराने अंदाज में कांग्रेस की मीटिंग में दिखाई दिए। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए पर्यवेक्षक बनाए गए नेताओं में मध्य प्रदेश के तीन नाम बाला बच्चन, उमंग सिंघार व जीतू पटवारी हैं। पढ़िये रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश में आदिवासी नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष रहीं जमुना देवी जिस तरह अपनी दबंगई के लिए राजनीतिक गलियारों में चर्चित रहीं, उसी तरह उनके भतीजे उमंग सिंघार भी चर्चा में रहते आए हैं। विपरीत परिस्थितियों से वे निकलकर एकबार फिर सक्रिय राजनीति में लौटे हैं। विपरीत हालातों में उनके करीब 117 दिन गुजरे और जब उन्हें अदालत से राहत मिली तो वे सीधे अपने विधानसभा क्षेत्र गंधवानी पहुंचे। वहां उन्होंने हुंकार भरते हुए भाजपा को चुनौती दी कि वे उनके सामने विधानसभा चुनाव में पूर्व मंत्री रंजना बघेल को उतारें। उस सभा के बाद पिछले दिनों कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें झारखंड और हिमाचल प्रदेश में भरोसेमंद साबित होने की वजह से कर्नाटक विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी दी है।
आज कांग्रेस की बैठक में शामिल
करीब चार महीने के गुप्तवास के बाद वे दोबारा राजनीति में सक्रिय हुए हैं और आज लंबे समय बाद कांग्रेस की किसी बैठक में शामिल हुए। कर्नाटक में पर्यवेक्षकों की एक बैठक बुलाई गई थी जिसमें उमंग सिंघार अपने मध्य प्रदेश के साथी नेताओं बाला बच्चन व जीतू पटवारी के बीच बैठे नजर आए। बैठक में वही पुराने अंदाज में ठहाके लगाते सिंघार की तस्वीर वायरल हुई है।
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