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भारत के इतिहास के आगे विकसित देशों को सीएम चौहान ने ऐसा बताया, पढ़िये क्या कहा

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में सांस्कृतिक एवं नैतिक प्रशिक्षण संस्थान इंदौर चैप्टर में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद बच्चों को भारत के इतिहास के बारे में चर्चित प्रसंगों के माध्यम से कई बातें कीं। चौहान ने सभी लोगों से देश के लिए हर संभव सबकुछ करने का संकल्प दिलाया और कहा कि सभी अपने-अपने जन्मदिन पर एक-एक पौधा लगाएं।
सीएम ने कहा कि भारत का इतिहास पांच हजार वर्ष का है और आज के तथाकथित विकसित देश कोई 300-400 और 500 साल पहले ही जन्मे हैं। हमारे यहां इनके पहले ही वेद-पुराणों को लिख दिया था। संयुक्त राष्ट्र संघ तो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद बना लेकिन हमारे वेदों में वसुदेव कुटुंबकम लिख दिया था। मगर इतने सालों के इस देश को गुलामी झेलना पड़ी और आजादी अंग्रेजों ने ऐसे ही नहीं दे दी। उसके लिए संघर्ष करना पड़ा।
चंद्रशेखर का जन्म भाभरा में हुआ
शहीद चंद्रशेखर आजाद को लेकर सीएम ने बच्चों से पूछा कि उनका जन्म कहां हुआ था तो बच्चों ने भाभरा कहा। सीएम ने कहा कि भाभरा कहां है, यह मध्य प्रदेश में ही है। चंद्रशेखर के आजादी की लड़ाई में दिए गए योगदान के बारे में दो-तीन वाकये सुनाए। उनके अंग्रेजों के हाथ आने से अच्छा खुद को खत्म करना पसंद किया। इसी तरह शहीदे आजम भगत सिंह की वाकयों के बारे में बताया। उधम सिंह के बारे बताते हुए उन्होंने जनरल डायर के जलियां वाला बाग का किस्सा सुनाया। कहा कि उधम सिंह जब 11 साल के थे और उन्होंने उस मिट्टी को माथे पर लगाकर उसे मारने की कसम ली। वे ब्रिटेन में उनके घर में जाकर छह गोलियां दागकर बदला लिया।
सीएम ने सवालों के माध्यम से वंदे मातरम के लेखक का पूछा
सीएम चौहान ने क्रांतिकारियों के नारों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि क्रांतिकारियों का एक नारा था वंद मातरम को बताया। बच्चों से पूछा कि वंद मातरम का लेखक कौन था तो शोर में एक बच्ची से जवाब मांगा। सीएम ने कहा कि वंदे मातरम के लेखक बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने किया था।
बेटियों का सम्मान स्वभाव-संस्कार में हो
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमें बेटियों का सम्मान करना चाहिए। यह स्वभाव और संस्कार में होना चाहिए। माता-पिता के सम्मान के बारे में बच्चों से पूछा और सवाल किया कि आप में से कौन-कौन सम्मान करता है तो सभी ने हाथ उठाकर हां में हां किया।
प्रकृति से प्रेम करने की बात कही
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एकबार फिर पौधरोपण को लेकर बच्चों को प्रेरित किया। सभी लोगों से संकल्प लिया कि वे अपने-अपने जन्मदिन पर एक पेड़ अवश्य लगाएं। वायुमंडल में आक्सीजन में इस तरह सभी योगदान दें। चौहान ने कहा कि प्रकृति से प्रेम करना चाहिए। पहाड़, पेड़-पौधे, नदी, जीव-तंजू से प्रेम करना चाहिए। हमारे यहां चीता खत्म हो गए हैं तो हम पालपुर कूनो में चीता ला रहे हैं।
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