सिंधी भाषा के प्रकांड विद्वान डॉ. मुरलीधर जेटली का आज नई दिल्ली में निधन हो गया। वे 94 वर्ष के थे और उनका सिंधी साहित्य को योगदान रहा तो कई शब्दकोष व ग्रंथ भी उन्होंने तैयार किए थे।
वरिष्ठ साहित्यकार और विद्वान डॉ. मुरलीधर जेटली ने दिल्ली विश्वविद्यालय में सिंधी भाषा और भारतीय भाषा अध्ययन विभाग को स्थापित किया। शिष्यों की पीढ़ियां तैयार की। अनेक शब्द कोश और ग्रंथों को तैयार करवाया। सिंधी साहित्य में उनका योगदान रहा। डॉ जेटली के निधन पर केंद्रीय साहित्य अकादमी के सिंधी भाषा संयोजक मोहन हिमथानी, राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद के निदेशक डॉ रवि टेकचंदानी ने दुख व्यक्त किया है। अखिल भारत सिंधी बोली साहित्य सभा भोपाल और मध्यप्रदेश शाखा के एसबी रीझवानी, ज्ञान लालवानी और साहित्य सभा के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष अशोक मनवानी ने डॉ जेटली को श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान का स्मरण किया।
Leave a Reply