मध्य प्रदेश में चुनाव पूर्व आईएएस-आईपीएस अधिकारियों की प्रशासनिक सर्जरी के बाद अब आईएफएस अफसरों की नई पदस्थापनाएं होने की कवायद चल रही है। लगभग 2 दर्जन से अधिक आईएफएस अधिकारियों इससे प्रभावित हो सकते हैं। लंबे अरसे से प्रभार में चल रहे सर्किल शिवपुरी, छिंदवाड़ा और ग्वालियर में नई पदस्थापना होने जा रही हैं। पदेन वन संरक्षक पद पर लंबे समय से काम कर रहे उज्जैन में पदस्थ अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक मनोज अग्रवाल की मुख्यालय में वापसी होने के संकेत हैं। अग्रवाल की पदस्थापना कैडर विरुद्ध यह कहते हुए की गई थी कि मुख्य वन संरक्षक स्तर के अधिकारी नहीं है। आज भी स्थिति वैसी है किंतु अब सीसीएफ की जगह पर वन संरक्षक की पदस्थापना सर्किल में होने लगी है। गौरतलब यह है कि मुख्यालय में एपीसीसीएफ के कई पद रिक्त पड़े हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डीके पालीवाल के रिटायर्ड होने के बाद रिक्त पड़े शिवपुरी सर्किल में वन्य प्राणी शाखा में पदस्थ अनिल शुक्ला को पदस्थ किया जा रहा है। इसी प्रकार सिंगरौली में पदस्थ वन संरक्षक मधु वी राज को छिंदवाड़ा सर्किल, वन संरक्षक अनुपम सहायकों उज्जैन सर्किल पदस्थ किया जाना प्रस्तावित है। इसी प्रकार खंडवा वर्किंग प्लान बना चुके टीएस सूलिया को ग्वालियर सर्किल में पदस्थ किया जा सकता है। वैसे सूलिया की गिनती विवादास्पद अफसरों में होती रही है। वन मंत्री विजय शाह की सिफारिश पर ही सर्किलों में अफसरों की पदस्थापना किया जाना प्रस्तावित है। वन भवन के अंतिम रूप दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले भोपाल सीएफ आलोक पाठक को भी हटाए जाने की चर्चा है. विजय शाह चाहते हैं कि उन्हें होशंगाबाद सर्किल में पदस्थ किया जाए।
सर्जरी की सूची में डीएफओ भी शामिल
तबादले की सूची में एक दर्जन के लगभग वन मंडलों में फेरबदल की संभावना बताई जा रही है। वन मंत्री विजय शाह के गृह सर्किल खंडवा में पदस्थ देवांशु शेखर को हटाया जा रहा है। उन्हें डिंडोरी में पदस्थ करने का प्रस्ताव है। सूत्रों का कहना है कि वन मंत्री शाह के अपेक्षाओं पर देवांशु शेखर खरे नहीं उतर रहे हैं। उनकी जगह उत्तर बैतूल में पदस्थ राकेश डामोर को पदस्थ करने की सिफारिश की गई है। डिंडोरी वन मंडल में पदस्थ साहिल गर्ग को बालाघाट और अभिनव पल्लव को बालाघाट से भोपाल वन मंडल, अखिल बंसल को जबलपुर वन मंडल से सिंगरौली, रीवा वन मंडल में पदस्थ है। चंद्रशेखर सिंह को बैतूल उत्तर में पदस्थ करने की अनुशंसा की गई है। इसके अलावा प्रियांशु सिंह को दतिया वन मंडल से अशोकनगर पदस्थ किए जाने की सिफारिश की गई है। दरअसल प्रियांशु सिंह के पति अशोक नगर में पुलिस अधीक्षक के पद पर पदस्थ हैं।
नवीन गर्ग के तबादले के आदेश का नहीं हुआ पालन
वन मंत्री विजय शाह ने दक्षिण सागर में हुए वनीकरण क्षतिपूर्ति घोटाले के कथित आरोपी नवीन गर्ग को विधानसभा में हटाने की घोषणा की गई थी। इस घोषणा के आधार पर राज्य शासन ने 10 अप्रैल को गर्ग का तबादला दक्षिण सागर वन मंडल से इको पर्यटन बोर्ड में कर दिया गया था किंतु 15 दिन से अधिक बीत जाने के बाद भी शासन के आदेश का विभाग ने अभी तक पालन क्रियान्वयन नहीं किया। गर्ग की जगह पर टीकमगढ़ में पदस्थ डीएफओ एमपी सिंह की पोस्टिंग की गई। एमपी सिंह जब ज्वाइन करने सागर पहुंचे तो उन्हें दक्षिण सागर वन मंडल का प्रभार लेने नहीं दिया गया। प्रधान मुख्य वन संरक्षक कार्यालय से मौखिक फरमान जारी हुआ कि नवीन गर्ग अभी दक्षिण सागर वन मंडल में ही बने रहेंगे। मुख्यालय के मौखिक फरमान के चलते एमपी सिंह की स्थिति आसमान से टपके खजूर में लटके जैसे हो गई। डीएफओ एमपी सिंह को सीसीएफ सर्किल कार्यालय सागर में अटैच कर दिया गया। हास्यापद पहलू यह है कि सीसीएफ कार्यालय में डीएफओ का कोई पद अटैचमेंट का नहीं है। सवाल उठने लगा है कि एमपी सिंह का वेतन कहां से जनरेट किया जाएगा।
आईएफएस इंडक्शन अफसरों की होगी पोस्टिंग
हाईकोर्ट जबलपुर में मामला लंबित होने के कारण केंद्रीय कार्मिक विभाग और यूपीएससी से क्लीयरेंस होने के एक महीने से अधिक आईएफएस इंडक्शन की सूची जारी नहीं हो पाई है। वन विभाग ने हाईकोर्ट में निर्णय होने तक चयनित आईएफएस अधिकारियों लोकप्रिय भारतीय, हेमलता शाह, संजय रायखेरे, अमित पटौदी, अमित कुमार सिंह, ऋषि मिश्रा और आशीष बंछोर को वन विकास निगम, और रिक्त पड़े वन मंडलों में प्रभारी डीएफओ के रूप में पदस्थ करने का निर्णय लिया है।
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