यातायात पुलिस की चैकिंग के नाम पर वसूली के आरोप लगते रहे हैं लेकिन वाहन चालक सड़क पर झंझट नहीं करके ले-देकर काम चलाते रहते हैं। गर्मी के सीजन में रीवा में कूलर के व्यापारी का सामान लेकर पिकअप निकली मगर सिविल लाइन थाना के पास ट्रेफिक पुलिस ने ओवरलोडिंग पर 15000 रुपए की मांग की। चार दिन नहीं छूटी तो लोकायुक्त पुलिस का सहारा लेकर ट्रेफिक पुलिस के सूबेदर व सिपाही को रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ लिया।
रीवा में 24 मार्च को मार्तंड स्कूल तिराहा सिविल लाइन थाने के पास ट्रेफिक पुलिस के सूबेदार दिलीप तिवारी अपने सिपाही अमित सिंह बघेल के साथ पहुंचा। वहां दिलीप व अमित को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्व लेते हुए रंगहाथों गिरफ्तार किया गया। दिलीप तिवारी ने 24 मार्च को नवल किशोर रजक से यह राशि मांगी थी लेकिन 28 मार्च को दिलीप तिवारी व उसके सिपाही अमित को रिश्वत के मामले में पकड़ा। बताया जाता है कि दिलीप तिवारी ने नवल किशोर से पिकअप को छोड़ने के लिए 15000 रुपए की मांग की थी। बाद में लोकायुक्त पुलिस ने उसे रंगेहाथों पकड़ा तो उस समय उसने नवकिशोर से साढ़े दस हजार रुपए देने की बात कह था।
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