व्यापमं से कर्मचारी चयन मंडल बनी संस्था की पटवारी व अन्य भर्ती परीक्षा पर संदेह के बादल मंडराने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा भर्ती पर रोक लगाए जाने के बाद अभी भी मामला शांत नहीं हुआ है। आज इंदौर की एक अदाल में याचिका दायर कर दी गई है तो वहीं, चयनित हुए अभ्यर्थियों ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से मिलकर अपनी बात रखी तो मिश्रा ने उन्हें कैमरे के सामने ही सलाह दे दी कि वे कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह-कमलनाथ के बंगले पर जाकर धरना दें। पढ़िये रिपोर्ट।
कर्मचारी चयन मंडल ने पिछले दिनों पटवारी और अन्य सरकारी नौकरियों के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित की थी जिसमें चयनित हुए अभ्यर्थियों का परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद एक ही सेंटर के सात टॉपर और एक परिवार के कई सदस्यों के चयन पर सवाल खड़े हुए हैं। गुरुवार को सीएम चौहान ने परीक्षा पर सवाल खड़े होने के बाद संदेह को दूर करने के लिए दोबारा परीक्षण कराए जाने तथा फिलहाल भर्ती पर रोक लगाए जाने का ऐलान किया तो अब चयनित अभ्यर्थी मैदान में आ गए हैं। आज इनमें से कुछ अभ्यर्थी गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से मिले और उस समय मीडिया के कैमरे भी लगे थे।
चयनित अभ्यर्थियों का इंदौर की कोचिंग संस्थानों पर आरोप
चयनित अभ्यर्थियों ने गृह मंत्री के सामने आरोप लगाया कि भर्ती को रोकने के पीछे इंदौर की कोचिंग संस्थानों की साजिश है। वे चाहते हैं कि परीक्षा के लिए एक मौका और दिया जाए जिससे उनके कोचिंग संस्थानों में परीक्षार्थियों का एडमिशन हो सके। चयनित अभ्यर्थियों ने कहा कि सीएम द्वारा किए गए ट्वीट से कोचिंग संस्थानों की साजिश सफल रही है और इससे चयनित अभ्यर्थियों के हितों पर कुठाराघात हो रहा है।
गृह मंत्री ने चयनित अभ्यर्थियों को यह सलाह दी
चयनित अभ्यर्थी अपनी पीड़ा लेकर गृह मंत्री मिश्रा के पास पहुंचे थे लेकिन वे भर्ती प्रक्रिया पर रोक के लिए सीधे कांग्रेस पर ठीकरा फोड़ने लगे। उन्होंने अभ्यर्थियों को कहा कि आप लोग तीन दिन से मामला उठा हुआ है लेकिन अब तक आप कहीं नहीं मिले। कांग्रेस ने इस भर्ती को रुकवाया है तो दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के बंगले पर जाकर आप लोग धरना दो।
Leave a Reply