नया सत्रः सहायक प्राध्यापकों की भर्ती नहीं पठन-पाठन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले अतिथि विद्वानों के भरोसे

कॉलेजों का जुलाई की पहली तारीख से नया सत्र शुरू हो चुका है लेकिन विद्यार्थियों के पठन-पाठन के लिए सहायक प्राध्यापकों की भर्ती अधर में लटकी है। भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी सेट परीक्षा की वजह से सहायक प्राध्यापक भर्ती को आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं तो जिन अतिथि विद्वानों के भरोसे कॉलेजों की पढ़ाई टिकी है उन्होंने भी नियमितीकरण की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। अब विद्यार्थियों के एडमिशन के बाद उनकी पढ़ाई का कैलेंडर गड़बड़ाने की संभावना है। पढ़िये इस पर आधारित रिपोर्ट।

पुरानी तस्वीर

सरकारी महाविद्यालयों में नया सत्र एक जुलाई से आरंभ हो गया है। महाविद्यालयों में पठन-पाठन पिछले कई वर्षों की भांति इस साल भी अतिथि विद्वानों के भरोसे है क्योंकि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा के लिए 1600 पदों का विज्ञापन तो जारी कर दिया है मगर इसकी परीक्षा अभी होना बाकी है। इस भर्ती परीक्षा के लिए अभी फार्म भरवाए जा रहे हैं।
इच्छुक अभ्यर्थियों के साथ दुविधा, परीक्षा आगे बढ़ाने की मांग
सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी दुविधा में हैं क्योंकि उसी दौरान सेट परीक्षा की तारीख़ भी। ऐसे में सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा का फार्म भरने वाले अभ्यर्थी चाहते हैं कि परीक्षा को आगे बढ़ा दिया जाए। ऐसे में सरकारी कॉलेजों में नए सत्र की पढ़ाई के लिए फिर अतिथि विद्वानों का सहारा लिया जाएगा। मगर अतिथि विद्वानों ने नियमितीकरण मांग को लेकर आंदोलन चला रखा है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा पिछले दिनों अलग-अलग समूहों को लाभ पहुंचाने वाली घोषणाएं की हैं जिनसे अतिथि विद्वानों को उम्मीद जागी है। अगर जल्द अतिथि विद्वानों की मांगों का निराकरण नहीं हुआ तो ऐसे कॉलेजों में प्रवेश ले चुके छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित होने की पूरी संभावना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Khabar News | MP Breaking News | MP Khel Samachar | Latest News in Hindi Bhopal | Bhopal News In Hindi | Bhopal News Headlines | Bhopal Breaking News | Bhopal Khel Samachar | MP News Today