आलीराजपुर के एक गांव में एक आदिवासी को मजदूरी के दौरान खुदाई में मिले सोने के सिक्के चोरी हो गए और चोर बनाया गया आदिवासियों द्वारा पुलिस को। अधिकारियों ने गंभीर मामला होने पर आरोपों के घेर में फंसे टीआई व अन्य कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया तो सस्पेंडेड टीआई ने नेताओं की साजिश बताई। पढ़िये रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल जिले आलीराजपुर में खुदाई में मिले सोने के सिक्के पुलिस ने चुरा लिए। एक आदिवासी को पिछले दिनों मजदूरी के दौरान खुदाई में कथित रूप से सोने के सिक्के मिले थे और उसने अपने घर में ही उन्हें गाड़ दिया था। तीन दिन पहले कथित रूप से पुलिस वाले उसके घर आए और सोने के सिक्के चुराकर ले गए। मामला भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक नागर सिंह चौहान व अन्य लोगों ने वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान लाया और एक्शन कराया।
टीआई सहित चार सस्पेंड
टीआई सहित चार पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया। इसमें एफआईआर भी दर्ज हुई है लेकिन मामले में निलंबित हुए टीआई विजय देवड़ा का एक भावुक वीडियो जारी किया। इसमें वे रोते हुए अपने आपको निर्दोष और अपने अधिकारियों को कटघरे में खड़ा करते सुनाई दे रहे हैं। वे अपने बच्चे के जन्मदिन और पत्नी को गर्भवती बताते हुए बर्थडे के लिए छुट्टी पर जाने की जल्दबाजी में अवैध शराब की सूचना पर 19 जुलाई को एक घर की सर्चिंग की यह घटना बता रहे हैं। जबकि वरिष्ठ अधिकारी करोड़ों के सिक्के चोरी होने के आरोपों में अपने ही स्टाफ की भूमिका पर संदेह करते नजर आ रहे हैं। मामले सामने लाने वाले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नागर सिंह अब अपनी सरकार में ही आदिवासियों के समर्थन में आंदोलन की प्लानिंग कर रहे हैं।
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