मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं लेकिन भाजपा को 19 साल की सरकार में रहने की वजह से बाहरी नाराजगी के साथ भीतरी असंतोष को भी झेलना पड़ रहा है। असंतुष्ट पूर्व मंत्रियों की लाइन लंबी होती जा रही है और दीपक जोशी के कांग्रेस में जाने के बाद अब नारायण सिंह कुशवाह के तेवर भी वैसे ही दिखाई दे रहे हैं। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता उन्हें पार्टी में लाने के लिए एड़ीचोटी का दम लगा रहे हैं और शायद इसी दम पर कुशवाह भाजपा नेतृत्व को खुले तौर पर समीक्षा गुप्ता के खिलाफ चुनौती देने से नहीं चूक रहे हैं। आईए जानते हैं क्या है राजनीति के इन नेताओं के पर्दे के पीछे की कहानी।
भाजपा को सत्ता में करीब दो दशक हो चुके हैं जिसको लेकर एंटीइनकंबेंसी के साथ पार्टी के भीतर कुछ नेताओं की राजनीतिक कारणों से अपेक्षाएं पूरी नहीं होने पर असंतोष फूट-फूटकर अब बाहर आ रहा है। पूर्व मंत्रियों अनूप मिश्रा, दीपक जोशी, हरेंद्र सिंह बब्बू और अभी नारायण सिंह कुशवाह नाराजी भरे तेवर दिखा रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी बाजपेयी के भांजे अनूप मिश्रा काफी समय से उपेक्षित महसूस कर रहे थे लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल होने के बाद उनकी पूछपरख पहले जैसी भी नहीं रही। हालांकि उनकी हाल ही में पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात हुई है। दीपक जोशी को भी पार्टी के दिग्गज नेताओं ने मनाने की खूब कोशिश की थी लेकिन उनकी नाराजगी सीधी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से थी और वे आखिरकार कांग्रेस में चले भी गए। तीसरे मंत्री हरेंद्र सिंह बब्बू भी पार्टी नेताओं से काफी नाराज हैं और उसी लाइन पर अभी ग्वालियर के नारायण सिंह कुशवाह चल पड़े हैं।
कुशवाह को कांग्रेस में लाने में लगे दिग्गज
ग्वालियर दक्षिण में काछी वोटबैंक के मद्देनजर कांग्रेस की नजर काफी समय से भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह पर है जो पार्टी नेतृत्व द्वारा समीक्षा गुप्ता को आगे बढ़ाए जाने से नाराज हैं। कुशवाह की समीक्षा से नाराजगी की वजह यह है कि वे उनके खिलाफ बागी होकर 2018 में विधानसभा चुनाव लड़ीं थीं और उनकी वजह से कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक ने कुशवाह को 121 वोट से हरा दिया था। कुशवाह को कांग्रेस में लाने के लिए दिग्विजय सिंह समर्थक नेता प्रयासरत हैं लेकिन पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ फिलहाल संशय की स्थिति में हैं।
कांग्रेस के आंतरिक सर्वे में विधायक की पकड़ कमजोर
बताया जा रहा है कि ग्वालियर दक्षिण विधानसभा सीट पर कांग्रेस के आंतरिक सर्वे में अपने विधायक की रिपोर्ट कमजोर है। इस वजह से उनके विकल्प के रूप में नारायण सिंह कुशवाह को कुछ वरिष्ठ नेता मान रहे हैं और इसके लिए पार्टी नेतृत्व से लगातार संपर्क में भी हैं। गौरतलब है कि यहां से कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक हैं।
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