मध्य प्रदेश के उज्जैन सेंट्रल जेल में कर्मचारियों के पीएफ घोटाले में जेल अधीक्षक उषा राज की भैरवगढ़ जेल से हिरासत में लेकर गिरफ्तार किया गया। जेल अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई के बाद जेल परिसर के बाहर पीड़ित कर्मचारियों के परिजनों ने ढोल-ढमाके बजाकर खुशी का प्रदर्शन किया। जानिये आज के दिनभर का घटनाक्रम वीडियो के साथ और हिरासत में लिए जाते समय क्या बोलीं जेल अधीक्षक।
मध्य प्रदेश के इतिहास में सरकारी कर्मचारियों के पीएफ एकाउंट से राशि निकाले जाने के अनोखे ढंग के घोटाले में आज सुबह जेल अधीक्षक उषाराज ने हिमानी मनवारे को कार्यभार दिया। जेल अधीक्षक के खिलाफ एक्शन से आज पीड़ित जेलकर्मियों के परिजन काफी खुश नजर आए। वे ढोल-ढमाके के साथ जेल परिसर में खुशी मनाते हुए दिखाई दिए। पीड़ित कर्मचारी जेल अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे और उन्होंने जेल परिसर पर धरना भी दिया था। उन्होंने चेतावनी दी थी कि जेल अधीक्षक उषाराजे के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वे भोपाल तक मार्च करेंगे।
कार्यभार देने के बाद गिरफ्तारी
15 करोड़ के पीएफ घोटाले के घेरे में आईं जेल अधीक्षक उषाराज ने आज सुबह प्रभार हिमानी मनवारे को दिया तो इसके बाद उज्जैन पुलिस बड़ी संख्या में जेल पहुंच गई। सीएसएपी अनिल सिंह मौर्य, थाना प्रभारी प्रवीण पाठक, चिमनगंज थाना प्रभारी जितेंद्र भास्कर, महिला थाना प्रभारी रेखा वर्मा और अन्य पुलिसकर्मियों ने उषाराज को अपनी हिरासत में ले लिया। इसके साथ ही उनके कार्यालय से पुलिस ने घोटाले संबंधी दस्तावेज भी बरामद किए।
मैं कैदी या अपराधी नहीं जो फरार हो जाऊंगी
पीएफ घोटाले की आरोपी जेल अधीक्षक उषाराज को जब हिरासत में लिया जा रहा था तब उन्हें पुलिसकर्मियों को उंगली दिखाते हुए पकड़ने या छूने से रोकते हुए देखा गया। वे बाहर निकलते हुए बड़बड़ाती कह रही थीं कि मैं कोई कैदी या अपराधी नहीं हूं जो फरार हो जाऊंगी। मैं खुद लड़ रही हूं और लड़ूंगी। कानून हम सबके साथ है।
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