मध्य प्रदेश में विंध्य क्षेत्र की सतना की मैहर, ,सिंगरौली की देवसर, सीधी की धौहनी, शहडोल की ब्यौहारी, जयसिंहनगर, जैतपुर, अनूपपुर की कोतमा, अनूपपुर, बांधवगड़ व पुष्पराजगढ़ विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां कोल आदिवासी समाज विधानसभा चुनावों के परिणामों पर असर डालता है। यहां गौंडवाना गणतंत्र पार्टी का भी असर है जो कोल आदिवासी समाज में पैठ रखती है। कांग्रेस का वोट गौंडवाना गणतंत्र पार्टी के मैदान में उतरने से बंट गया था और इससे इन विधानसभा सीटों में से 2018 में भाजपा को सात सीटों पर जीत मिल गई थी। इस बार विंध्य में कांग्रेस दम लगा रही है और उसके नेताओं के बीच 2018 से ज्यादा बेहतर समन्वय दिखाई दे रहा है। ऐसे में भाजपा के लिए चुनौती बने इस क्षेत्र को साधने की कोशिशें तेज हो गई हैं। आज कोल जनजाति सम्मेलन उसी कड़ी में शिवराज सरकार का एक कदम बताया जा रहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सम्मेलन में ऐलान किया कि कोल समाज के मान-सम्मान और प्रतिष्ठा की प्रतीक त्योंथर की कोलगढ़ी का जीर्णोद्धार किया जाएगा। इसके लिए 3 करोड़ रुपए से अधिक राशि स्वीकृत की गई है। भगवान बिरसा मुंडा के बलिदान दिवस 9 जून से जीर्णोद्धार का कार्य प्रारंभ हो जाएगा। प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर कोल भवन बनाए जाएंगे, इसकी शुरुआत रीवा से होगी। कोल समाज की प्रगति और उत्थान के लिए सरकार और समाज मिल कर काम करेंगे। शिक्षा, रोजगार, स्व-रोजगार और स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष गतिविधियाँ चलाई जाएंगी। मुख्यमंत्री निवास परिसर में कोल जनजाति सम्मेलन को संबोधित करते हुए चौहान ने पुष्प-वर्षा कर समाज के वरिष्ठ सदस्यों तथा जनजातीय कलाकारों का पुष्प-गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
कोल युवाओं को वितरित किए ऑफर लेटर
चौहान ने विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किए। भगवान बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना का हितलाभ प्राप्त करने वाले जैतहरी अनूपपुर के शुभम कोल को प्रमाण पत्र प्रदान किया। वहीं, जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित मप्र रोजगार एवं प्रशिक्षण परिषद् के केन्द्र से कौशल विकास प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त रोजगार प्राप्त करने वाले कोल युवाओं को ऑफर लेटर मुख्यमंत्री द्वारा वितरित किए गए। विभाग के शहडोल स्थित विद्यालय में बतौर प्राथमिक शिक्षक नियुक्त होने वाले कोल समुदाय के शिक्षकों को भी मुख्यमंत्री द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
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