मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस अपने टारगेट पर धीरे-धीरे निशाने लगा रही है। किसान, महिला के बाद अब युवाओं के लिए उसने बेरोजगार प्रकोष्ठ के तौर पर नई शुरुआत की है जिसके संगठन का जिलों में विस्तार तेजी से किया जा रहा है। अभी तक 25 जिलों में संगठन खड़ा हो चुका है जिसके अध्यक्षों को आज भोपाल पीसीसी में बुलाकर कांग्रेस की रीति-नीति के बारे में अवगत कराते हुए विधानसभा चुनाव में युवाओं को कांग्रेस के प्रति आकर्षित करने का टारगेट दिया गया है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने किसान कर्ज माफी से किसानों, घरेलू गैस सिलेंडर 500 रुपए और नारी सम्मान के रूप में 1500 रुपए प्रत्येक महिला को देने के वादों के सहारे जिस तरह किसान व महिलाओं को आकर्षित किया है, उसी रह अब युवाओं को भी रिझाया जा रहा है। कांग्रेस ने युवाओं की बेरोजगारी की सबसे बड़ी समस्या को पकड़ा और डिग्रीधारी पढ़े लिखे नौजवानों को पार्टी से जोड़ने का क्रम शुरू किया है। इसके लिए पीसीसी के महासचिव चंद्रिकाप्रसाद द्विवेदी को प्रकोष्ठ प्रभारी बनाया गया है।
भोपाल में जुटे बेरोजगार प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष
बेरोजगार प्रकोष्ठ के गठन के बाद प्रदेश प्रभारी द्विवेदी ने कांग्रेस जिला अध्यक्षों से राय मशविरा करते हुए जिलों में बेरोजगार प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्षों के नाम मांगे थे जिनकी नियुक्ति की गई थी। प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्षों को आज भोपाल में बुलाकर परिचयात्मक बैठक की गई जिसमें उनके विचारों को जानकर प्रकोष्ठ के कामकाज की रणनीति बनाने का फैसला किया गया। बेरोजगार प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्षों को टास्क दिया गया है कि वे जल्द से जल्द जिलों में अन्य पदाधिकारियों के नाम भेजकर संगठन को बढ़ाएं जिससे चुनाव में युवाओं को प्रभावित करने वाले मुद्दों को लेकर पार्टी युवा मतदाताओं के पास जा सके।
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