मध्य प्रदेश से पैदल राजस्थान में करौली माता के दर्शन करने जा रहे 17 लोग चंबल नदी में आज सुबह बह गए। मुरैना में पैदल नदी पार करते समय तेज बहाव में ये लोग बह गए जिनमें से आठ को सुरक्षित बाहर निकाला गया। मगर सात लोग लापता हो गए थे जिनमें से अब तक तीन के शव मिलने की सूचना है। वैसे अधिकृत रूप से दो शव शनिवार को ही निकाल लिए गए थे और एक शव रविवार को निकाला गया। अभी चार लोग लापता ही हैं। शनिवार को नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने हादसे में चार लोगों के मारे जाने की बात कहते हुए इसमें कलेक्टर-एसपी को निलंबित करने की मांग की थी। जानिये क्या है घटना।
मध्य प्रदेश से कुछ लोग राजस्थान की करौली माता के दर्शन करने पैदल मंदिर जा रहे थे। ये लोग आज सुबह पैदल ही चंबल नदी पार कर रहे थे कि अचानक तेज बहाव आया और वे असंतुलित हो गए। नदी के पानी के बहाव में सभी राजस्थान की तरफ बह गए। इसके बाद गोताखोरों ने उनकी लाश शुरू की।आठ लोग तो किसी तरह सुरक्षित बाहर आ गए लेकिन सात लापता हो गए। बाद में गोताखोरों ने उनमें से अब तक तीन लोगों के शवों को बाहर निकाला।
हादसे के शिकार लोग कुशवाह समाज होने की खबर
घटना टेंटरा थाना क्षेत्र स्थित रायडी-राधेन घाट की है। हादसे के शिकार लोगों के शिवपुरी जिले के होने की सूचना है। ये लोग कुशवाह समाज के बताए जाते हैं जो शिवपुरी से पैदल-पैदल करौली माता मंदिर के दर्शन करने जा रहे थे। घटना की सूचना के बाद पुलिस और जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू शुरू किया गया।
एसपी और कलेक्टर को निलंबित करने की मांग
मुरैना हादसे को लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने सरकार पर हमला बोला है कि सुबह सात बजे की घटना में अधिकारियों ने लापरवाही की और शाम चार बजे रेस्क्यू टीम पहुंची। मुरैना के एसपी और कलेक्टर को उन्होंने तत्काल निलंबित करने की मांग की है। चार लोगों के शव मिल गए हैं लेकिन अभी भी तीन लापा हैं।
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