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कांग्रेस ने सौंपा सरकार बनाने का पत्र, विधायक दल की बैठक में रायशुमारी
पंद्रहवी विधानसभा के लिए हुए चुनाव में आए जनादेश को लेकर कांग्रेस ने बुधवार को राज्यपाल को सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। इसके बाद पार्टी ने विधायक दल की ऐक बैठक आयोजित की है जिसमें नेता के चयन के लिए रायशुमारी की गई। रायशुमारी के बाद भी जब नाम तय नहीं हुआ तो राहुल गांधी पर नेता चयन का फैसला लेने का भरोसा जताया और एक लाइन का प्रस्ताव पारित कर उन्हें अधिकृत कर दिया। अब गुरुवार को फिर विधायक दल की बैठक बुलाई गई जिसमें नेता के नाम का ऐलान किया जाएगा।
विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद मंगलवार की आधी रात के बाद यह स्थिति बनी थी कि कांग्रेस 114, दो बसपा, एक सपा और चार निर्दलीय थे। भाजपा 109 पर टिक गई थी। कांग्रेस ने चारों निर्दलीयों को छत्रपों को जिममेदारी सौंपी। बुरहानपुर में ठा. सुरेंद्र सिंह को तुलसी सिलावट भोपाल लाए तो विक्रम सिंह को राजवर्द्धन सिंह को साथ लाने की जिम्मेदारी दी गई। वहीं प्रदीप जायसवाल से कमलनाथ व केदार डाबर के लिए रवि जोशी को लगाया गया था।
मायावती का समर्थन
लखनऊ में मोदी ने स्वास्थ्य को लेकर आरोप पत्र में शामिल किया है। इसे बसपा मध्यप्रदेश और राजस्थान बनी नई सरकार ने 14 दिसंबर को करने की बात भी हई थी। कांग्रेस को समय मिला। देश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, सिंधिया, दिग्विजय सिंह , विवेक तनखा राज्यपाल महोदय से राजभवन मिलने पहुंचे। टिकट वितरण से नाराज़ होकर चुनाव लड़े केदार डावर, सुरेंद्रसिंह ठाकुर शेरा भैया, प्रदीप जायसवाल, विरेन्द्र सिंह सभी देंगे कांग्रेस को समर्थन।
पूर्ण बहुमत का रास्ता साफ।शाम को विधायक दल की बैठक।
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