-
दुनिया
-
अफ्रीकी चीता गामिनी ने छह शावकों को जन्म दिया
-
पं. प्रदीप मिश्रा सीहोरवाले के कुबरेश्वरधाम में महाशिवरात्रि के बाजार सजे, देशभर से आ रहे अनुयायी
-
डॉक्टर ने जर्मनी में पत्नी से देह व्यापार कराने की कोशिश, इंदौर में दर्ज हुआ मामला
-
मध्य प्रदेश में साइबर चाइल्ड पोर्नोग्राफी के हर साल बढ़ रहे मामले, सोशल मीडिया प्लेटफार्म माध्यम
-
मैनिट भोपाल में स्टार्टअप एक्सपो, युवाओं, निवेशकों-ग्राहकों को मिलेगा मंच
-
दिल्ली में आठवीं स्लम दौड़ का शुभारम्भ
युवा मामलों और खेल के केंद्रीय मंत्री श्री विजय गोयल ने भारी उद्योगों और सार्वजनिक उपक्रम के केंद्रीय राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो, सांसद रमेश बिधूड़ी और बॉस्केट बॉल खिलाड़ियों दिव्या, प्रशांति, आकांक्षा और प्रतिमा (सिंह बहनों के नाम से मशहूर) के साथ शनिवार को दिल्ली में आठवीं स्लम युवा दौड़ का शुभारम्भ किया।आज की यह दौड़ कुतुबमीनार से शुरू हुई और मेहरौली स्थित लड़के-लड़कियों के सरकारी स्कूल के प्रांगण में समाप्त हो गई। इसमें झुग्गी-झोपड़ियों के 3000 युवाओं ने भाग लिया और दौड़ के शुभारम्भ होने के पहले बाबुल सुप्रियो ने अपने गायन के जरिये युवाओं का उत्साहवर्धन किया।श्री गोयल ने इस अवसर पर प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह केवल दौड़ने के लिए दौड़ नहीं है, बल्कि हम अपने बेहतर कल के लिए दौड़ लगा रहे हैं। एक नये भारत के लिए दौड़ रहे हैं, जहां हरेक युवक-युवती राष्ट्र निर्माण में अपने-अपने कौशल का उपयोग करे।श्री बाबुल सुप्रियो ने स्लम युवा दौड़ के आयोजन के लिए खेल मंत्रालय की भूरि-भूरि सराहना की। उन्होंने इसे युवा प्रतिभाओं को सामने लाने के लिए ‘नवोन्मेषी कदम’ बताया।सांसद रमेश बिधूड़ी ने भी खेल मंत्रालय की इस पहल की सराहना की और प्रतिभागी युवकों से आह्वान किया कि वह ऐसी दौड़ में पूरे उत्साह से भाग लें। सिंह बहनों ने भी युवकों से खेल की गतिविधियों में हिस्सा लेने का आग्रह करते हुए खेल और युवा को भारत की ताकत के दो स्तम्भ बताया ।स्लम युवा दौड़ दरअसल, युवा मामलों और खेल मंत्रालय एवं नेहरू युवा केंद्र संगठन की तरफ से शुरू किये गए ‘स्लम अंगीकार’ अभियान का एक हिस्सा है। इसका मकसद सरकार द्वारा शुरू की गई जन-हितैषी योजनाओं-कार्यक्रमों के बारे में लोगों को अवगत करना है।केंद्रीय मंत्री गोयल ने आगे कहा कि ‘स्लम अंगीकार’ अभियान में एनएसएस, सरकारी स्कूल, आरडब्ल्यूए, एनजीओ, रोटरी क्लब आदि संस्थाओं को भी जोड़ा जाएगा।अब तक कुल 11 स्लम युवा दौड़ आयोजित किये गए हैं, जिनमें आठ दौड़ युवाओं की भारी संख्या में की गई भागीदारी के आधार पर काफी सफल रही हैं।
Leave a Reply