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हार की बौखलाहट का प्रतीक हैं आयकर छापे – शोभा ओझा
मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्षा श्रीमती शोभा ओझा ने मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के करीबियों पर की गई आयकर विभाग की कार्रवाई को, तीन राज्यों में मिली करारी हार से उत्पन्न प्रधानमंत्री मोदी की बौखलाहट बताते हुए कहा कि चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस पार्टी की छवि खराब करने और राजनैतिक दबाव बनाने का यह असफल प्रयास है।
श्रीमती ओझा ने कहा कि अभी तीन दिन पहले जब अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू के काफिले की चेकिंग के दौरान 1.80 करोड़ रुपये मिले और जिसकी प्रामाणिक शिकायत कांग्रेस पार्टी ने की तब क्यों जांच एजेंसियों और चुनाव आयोग ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि कांग्रेस पार्टी ने सीधा शक जाहिर किया था कि वह पैसा वहां दूसरे दिन होने वाली “चोर चौकीदार” की रैली के लिए इस्तेमाल होने वाला था। श्रीमती ओझा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अपने विरोधियों को दबाने की कोशिशों की शिकार अकेली कांग्रेस पार्टी नहीं है, पूरे देश में सभी विपक्षी दल ऐसी द्वेषपूर्ण कार्यवाहियों का शिकार हो रहे हैं, चाहे वह तेलुगुदेशम पार्टी हो, तृणमूल कांग्रेस हो, डीएमके हो, कुमारस्वामी हों या कोई और, उन पर तानाशाह मोदी का कहर जारी है। श्रीमती ओझा ने कहा कि टीडीपी के सांसद मुरलीमोहन और उनके रिश्तेदारों के यहां पड़े छापों के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री तक को धरने पर बैठना पड़ा, कर्नाटक के मुख्यमंत्री के करीबी सिंचाई मंत्री पुट्टराजू और उनके रिश्तेदारों के घर छापे मारे गए, डीएमके के स्टालिन को यह कहना पड़ा कि “क्या आयकर विभाग कभी प्रधानमंत्री मोदी पर भी छापा मारेगा”। श्रीमती ओझा ने कहा कि क्या सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग की नज़रों में विपक्ष के लोग ही भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उन्हें चौकीदार और उनकी चोर मंडली का भ्रष्टाचार नजर नहीं आता। क्या येदियुरप्पा की डायरी में भाजपा को दिये गये जिस 1000 करोड़ रुपए का जिक्र था, वह भ्रष्टाचार नहीं था, क्या जेटली और गडकरी को उनके द्वारा दिए गए 150 – 150 करोड़ रुपये, राजनाथ सिंह को दिए गए 100 करोड़ रुपये भ्रष्टाचार नहीं था, ये कैसा दोहरा मापदंड है। श्रीमती ओझा ने यह भी कहा कि यदि ये छापे राजनैतिक द्वेष से नहीं मारे जा रहे हैं तो फिर अमित शाह, जय शाह, येदियुरप्पा, शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह के घर छापे क्यों नहीं मारे जा रहे, जिनके नाम कई बड़े भ्रष्टाचारों में सामने आए हैं। यही भाजपा का दोहरा चरित्र है जिसको पूरा देश देख रहा है और आने वाले चुनावों में करारा जवाब देगा।
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