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वित्त वर्ष 2018-19 में 9200 मिलियन यूनिट का लक्ष्य निर्धारित
देश के सबसे बड़े पनबिजली संयंत्र, यानी 1500 मेगावाट नाथपा झाखरी पनबिजली स्टेशन का संचालन करने वाली एसजेवीएन लिमिटेड ने आज यहां वर्ष 2018-19 के लिए बिजली मंत्रालय के साथ एक समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
समझौते पर बिजली सचिव श्री अजय कुमार भल्ला और एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री नंदलाल शर्मा ने हस्ताक्षर किए। समझौते के तहत 9200 मिलियन यूनिट बिजली पैदा करने का लक्ष्य तय किया गया है। इसे ‘उत्कृष्ट’ वर्ग में रखा गया है। इसके अलावा एसजेवीएन का पूंजी खर्च लक्ष्य 900 करोड़ रुपये और कारोबार लक्ष्य 2175 करोड़ रुपये होगा। संचालन कुशलता और परियोजना निगरानी संबंधी लक्ष्य भी तय किए गए हैं। इस समय एसजेवीएन की चार परियोजनाएं हैं, जिनकी क्षमता 1610 मेगावाट है। ये निर्माणाधीन हैं। 2155 मेगावाट क्षमता वाली चार अन्य परियोजनाएं विभिन्न चरणों में चल रही हैं और जल्द ही इनका निर्माण शुरू हो जाएगा। एसजेवीएन का लक्ष्य है कि वह आने वाले वर्षों में 5700 मेगावाट से अधिक बिजली पैदा करने वाली कंपनी बन जाए। समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के अवसर पर बिजली मंत्रालय की संयुक्त सचिव (पनबिजली) सुश्री अर्चना अग्रवाल, सीईए के अध्यक्ष श्री आर.के. वर्मा, निदेशक (सिविल) श्री कंवर सिंह, सीजीएम (बीडी एंड एमएस) श्री संजय उप्पल और सीजीएम (कॉरपोरेट आयोजना) श्री रवि उप्पल उपस्थित थे।
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